भीलवाड़ा: जिस तरह देश की सरहद पर तनोट माता मंदिर की पूजा अर्चना भारतीय सेवा के जवान करते हैं, उसी तरह भीलवाड़ा की पुलिस लाइन में भी संतोषी माता का मंदिर है, जिसकी स्थापना पुलिस ने करवाई और इसकी पूजा अर्चना भी पुलिस के जवान ही करते हैं. यहां नवरात्रि में भक्त संतोषी मां के दर्शन कर परिवार में सुख, शांति व समृद्धि की कामना करते हैं. नवरात्रि के मौके पर माता के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना और आराधना की जाती है. मंदिर के अध्यक्ष स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक होते हैं. यहां नवरात्रि में काफी संख्या में भक्त संतोषी मां के दर्शन करने पहुंच रहे हैं.
मंदिर के पुजारी हेड कांस्टेबल जमना लाल खारोल ने बताया कि पुलिस लाइन में संतोषी माता के मंदिर की स्थापना वर्ष 1965 में पुलिस विभाग की ओर से की गई थी. यहां दोनों समय पुलिस के जवान ही आरती करते हैं. नवरात्रि में प्रतिदिन पूजा, पाठ, हवन और कन्या भोजन आदि होता है. नियमित साफ सफाई करवाई जाती है.शुक्रवार के दिन संतोषी माता की विशेष पूजा अर्चना होती है.
मंदिर के पुजारी खारोल ने बताया कि जिस तरह देश की सरहद पर तनोट माता की पूजा भारतीय सेना के जवान करते हैं, ठीक उसी प्रकार यहां पुलिस लाइन में इस मंदिर की पूजा अर्चना का जिम्मा पुलिस के जवानों के पास है. जिला पुलिस अधीक्षक इस मंदिर के अध्यक्ष हैं. मंदिर की पूजा, अर्चना व साफ-सफाई के लिए दो पुलिसकर्मी तैनात है.नवरात्रि में संतोषी माता मंदिर में मेला जैसा माहौल रहता है. मंदिर में मां संतोषी के दर्शन करने पुलिस वालों के परिवार के अलावा शहर के कई हिस्सों से भी लोग आते हैं.