मुजफ्फरपुरः बिहार के वैशाली लोकसभा सीट के लिए सोमवार को अंतिम दिन नामांकन किया गया. सोमवार को लोग उस वक्त हैरान रह गए जब एक संन्यासी बाबा नामांकन कराने के लिए समाहरणालय परिसर पहुंचे. गले और हाथों में रुद्राक्ष, कान में कुंडल और भगवा वस्त्र धारण किए बाबा नामांकन कराने के लिए पहुंचे थे. नामांकन कराने के बाद बाबा ने मीडिया को दिए बयान में नेताओं को जमकर धोया. सीधा-सीधा आरोप लगाया कि सभी बिकाऊ है.
नेताओं पर टिकट खरीदने का आरोपः वैशाली लोकसभा सीट से बाल संन्यासी बाबा निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. पहली बार मैदान में उतरे हैं. मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनहित में वे चुनाव लड़ने के लिए आए हैं. उन्होंने अन्य नेताओं पर आरोप लगाया कि और लोग धन के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. टिकट खरीदने के लिए करोड़ों रुपए दे रहे हैं.
'राजनीति को नेता ने बनाया व्यापार': बाल संन्यासी बाबा ने कहा कि हम जनता के सेवक हैं. कल भी सेवक रहेंगे. जीतने के बाद भी हम भिखारी रहेंगे. उन्होंने राजनीतिक को लेकर कहा कि आज के नेता इसे व्यापार बना दिया है. कहा कि कुर्सी पर बैठकर सिर्फ न्याय किया जाता है. गरीब और मजदूरों के हित में कानून बनाना काम होता लेकिन वर्तमान में ऐसा ऐसा कानून आया है जो गरीबों के हित में नहीं है.
"जीतने के बाद वैशाली में एयरपोर्ट बनवाने का काम करेंगे. एम्स और मेडिकल कॉलेज बनवाने का काम करेंगे. रेलवे स्टेशन का भव्य विकास किया जाएगा." -बास संन्यासी, निर्दलीय प्रत्याशी, वैशाली लोकसभा
वैशाली में 25 मई को वोटिंगः वैशाली लोकसभा सीट के लिए 25 मई को छठे चरण में चुनाव होना है. एनडीए से लोजपा रामविलास प्रत्याशी वीणा देवी, महागठबंधन से RJD प्रत्याशी मुन्ना शुक्ला मैदान में हैं. इसके अलावे कई प्रत्याशी चुनाव लड़ने के लिए मैदान में हैं जिसमें एक संन्यासी बाबा का भी नाम जुड़ गया है. अब देखना है कि 4 जून को क्या फैसला आता है. किसके सिर ताज सजता है.
मुजफ्फरपुर में 26 कैंडिडेट ने किया नामांकनः दूसरी ओर मुजफ्फरपुर लोकसभा के 26 अभ्यर्थियों नामांकन कराया है. नामांकन पर्चों की स्क्रूटनी के बाद आरओ संजीव कुमार ने कागजातों की कमी के कारण दो स्वतंत्र अभ्यर्थियों का नामांकन पर्चा रद्द कर दिया था. अब सोमवार की दोपहर बाद तीन बजे तक नाम वापसी की समय सीमा खत्म होने के बाद मुजफ्फरपुर लोकसभा के लिए अभ्यर्थियों को सिंबल दिया जाएगा.
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