कुचामनसिटी. कुचामन के नावां शहर की राम लक्ष्मण कॉलोनी में एक भूखंड पर कब्जा करने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए राजपूत समाज के लोगों ने पुलिस थाने के बाहर धरना दिया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी रघुनाथ ढाका को गिरफ्तार करने के साथ ही हेड कांस्टेबल राजेंद्र मीणा को लाइन हाजिर किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ताराचंद चौधरी के आदेश पर ये कार्रवाई की गई है.
यह थी मुख्य मांगें : कुचामन नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष अनिल सिंह मेड़तिया ने बताया कि समाज के लोगों ने एडिशनल एसपी तारा चन्द चौधरी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की थी. मुख्य मांग थी कि आरोपी रघुनाथ ढाका व अन्य सभी अपराधियों की गिरफ्तारी 24 घण्टे के भीतर की जाए. दोषी पुलिस अधिकारी राजेन्द्र मीणा, डी.ओ. पुलिस थाना नांवा को निलम्बित किया जाए. शिवपालसिंह की भूमि का फर्जी पट्टा बनाने वाले नगरपालिका, नांवा के दोषी अधिकारी, कर्मचारी को निलम्बित किया जाए. प्रभु सिंह के पीड़ित परिवार व शिवपालसिंह के भूखण्ड के लिए पुलिस सुरक्षा की जाए. भविष्य में किसी भी सामाजिक व्यक्ति के साथ इस प्रकार की घटना की पुनरावृति नहीं हो, इसके लिए सुनिश्चित किया जाए.
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ये है मामला : राजपूत समाज के नेता विजेन्द्रसिंह भांवता का आरोप है कि नावां में 21 मार्च को रघुनाथ सिंह ढाका अपने साथ अन्य 25 से 30 व्यक्तियों के साथ आया. रामलक्ष्मण कॉलोनी स्थित एक भूखंड पर उसने कब्जा करने की नियत से कार्रवाई की. जब उन्हें कब्जा करने से रोका गया तो उन्होंने राजपूत समाज के प्रभु सिंह के घर में जबरन घुसकर उनके पुत्रों के साथ मारपीट करते हुए घायल कर दिया, जबकि उक्त भूखंड पर न्यायालय का स्थगन आदेश है. आरोप है कि सूचना देने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. मारपीट के बाद पुलिस थाना नावां में मुकदमा दर्ज हो चुका है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.
हेड कांस्टेबल को किया लाइन हाजिर : धरना प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कुचामन से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ताराचंद चौधरी नावां पुलिस थाना पहुंचे और राजपूत समाज के लोगों से बातचीत की. इसके बाद तत्काल हेड कांस्टेबल राजेंद्र मीणा को लाइन हाजिर किया गया और मुख्य आरोपी रघुनाथ ढाका को गिरफ्तार किया गया. अब पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.