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ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा राजस्थान, पंप भंडारण परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार लाएगी नीति : भजनलाल शर्मा - Meeting at CM house

पंप भंडारण परियोजनाओं के जरिए राजस्थान को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. इसके लिए प्रदेश की भजनलाल सरकार नीति लाएगी. सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम भजनलाल की अध्यक्षता में विभिन्न विकासकर्ताओं के साथ आयोजित बैठक में सीएम ने कहा कि पंप भंडारण परियोजनाओं का महत्वपूर्ण योगदान है.

मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठक
मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठक (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 5, 2024, 8:16 PM IST

जयपुर : प्रदेश को साल 2027 तक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रदेश की भजनलाल सरकार ने कार्ययोजना बनाई है. सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है. इस लक्ष्य की प्राप्ति में नवीकरणीय ऊर्जा का अहम योगदान है, इसलिए राज्य सरकार प्रदेश में पंप भंडारण परियोजनाओं को प्रोत्साहन देने के लिए नीति लाने जा रही है. इस नीति के तहत निवेशकों को अनुकूल वातावरण मिलेगा, इसके साथ नवीकरणीय ऊर्जा को भी प्रोत्साहन किया जाएगा.

परियोजनाओं के लिए निगम ने चिह्नित किए स्थान : मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि आगामी नीति से निवेशकों को पंप भंडारण परियोजनाओं की स्थापना और संचालन के संबंध में स्पष्ट मार्गदर्शन मिलेगा और वे इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगे. उन्होंने विकासकर्ताओं से कहा कि वे अपने सुझाव राज्य सरकार को प्रेषित करें, जिनको उचित परीक्षण कर राज्य सरकार आगामी नीति में शामिल करेगी. बैठक में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पंप भंडारण परियोजनाओं की प्रगति के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया.

इसे भी पढ़ें : भजनलाल कैबिनेट ने लिए बड़े फैसले, ज्‍वाइंट वेंचर से मिलेगी बिजली, 2027 तक आत्मनिर्भर होगा राज्य

उन्होंने कहा कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ने प्रदेश में 8 संभावित स्थानों पर 7100 मेगावाट की पंप भंडारण परियोजनाओं का चिह्निकरण किया है. साथ ही, कई विकासकर्ता भी पंप भंडारण परियोजनाओं से जुड़े हैं. वर्तमान में राजस्थान विंड एंड हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी-2019 और राजस्थान अक्षय ऊर्जा नीति 2023 के प्रावधानों के अंतर्गत पंप भंडारण परियोजनाओं पर कार्य किया जाता है. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण अपर्णा अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल आदि मौजूद रहे.

जयपुर : प्रदेश को साल 2027 तक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रदेश की भजनलाल सरकार ने कार्ययोजना बनाई है. सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है. इस लक्ष्य की प्राप्ति में नवीकरणीय ऊर्जा का अहम योगदान है, इसलिए राज्य सरकार प्रदेश में पंप भंडारण परियोजनाओं को प्रोत्साहन देने के लिए नीति लाने जा रही है. इस नीति के तहत निवेशकों को अनुकूल वातावरण मिलेगा, इसके साथ नवीकरणीय ऊर्जा को भी प्रोत्साहन किया जाएगा.

परियोजनाओं के लिए निगम ने चिह्नित किए स्थान : मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि आगामी नीति से निवेशकों को पंप भंडारण परियोजनाओं की स्थापना और संचालन के संबंध में स्पष्ट मार्गदर्शन मिलेगा और वे इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगे. उन्होंने विकासकर्ताओं से कहा कि वे अपने सुझाव राज्य सरकार को प्रेषित करें, जिनको उचित परीक्षण कर राज्य सरकार आगामी नीति में शामिल करेगी. बैठक में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पंप भंडारण परियोजनाओं की प्रगति के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया.

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उन्होंने कहा कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ने प्रदेश में 8 संभावित स्थानों पर 7100 मेगावाट की पंप भंडारण परियोजनाओं का चिह्निकरण किया है. साथ ही, कई विकासकर्ता भी पंप भंडारण परियोजनाओं से जुड़े हैं. वर्तमान में राजस्थान विंड एंड हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी-2019 और राजस्थान अक्षय ऊर्जा नीति 2023 के प्रावधानों के अंतर्गत पंप भंडारण परियोजनाओं पर कार्य किया जाता है. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण अपर्णा अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल आदि मौजूद रहे.

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