जयपुर. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में राजस्थान की 12 सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा. पहले चरण में जिन 12 सीटों पर मतदान होगा, उन सीटों पर कुल 23 हजार बूथों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए राजस्थान पुलिस की ओर से प्रभावी इंतजाम किए गए हैं. हर बूथ से लेकर अंतरराज्यीय बॉर्डर तक पर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान मुस्तैद रहेंगे.
एडीजी (कानून-व्यवस्था) विशाल बंसल ने बताया कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को 12 सीट पर चुनाव होंगे. इन सीटों पर मतदान के लिए करीब 23 हजार मतदान केंद्र बनाए गए हैं. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस के 75 हजार जवानों को मुस्तैद किया गया है, जबकि केंद्रीय सशस्त्र बल के करीब 17,500 जवान भी इस दौरान राजस्थान में तैनात रहेंगे. इसके अलावा होमगार्ड्स के 18,400 जवान और बॉर्डर होमगार्ड्स के 1600 जवानों को भी तैनात किया गया है. कुल 1.25 लाख जवान मुस्तैदी से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए डटे हुए हैं.
सोशल मीडिया और बॉर्डर पर कड़ी नजर : एडीजी विशाल बंसल के अनुसार लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इसके साथ ही प्रदेश की पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और दिल्ली से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है. इन सीमाओं पर बने नाकों पर 24 घंटे पुलिस के जवान कड़ी नजर रख रहे हैं, ताकि किसी भी अवांछनीय हरकत को रोका जा सके.
चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोकना प्राथमिकता : चुनाव में धनबल और बाहुबल के इस्तेमाल पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. इसके लिए पुलिस की ओर से 1800 फ्लाइंग स्क्वाड और 1800 एसएसटी गठित की गई है, जो दिन-रात निगरानी रख रही है. आज रात को इन टीमों का मूवमेंट बढ़ाते हुए चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी जाएगी.
इलेक्शन सीजर में राजस्थान नंबर 1 : एडीजी विशाल बंसल ने बताया कि इस बार लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इलेक्शन सीजर की कार्रवाई में राजस्थान देश में पहले पायदान पर है. अब तक 800 करोड़ रुपए की अवैध रूप से लाई जा रही शराब, मादक पदार्थ, नकदी और अन्य फ्रीबिज जब्त की गई हैं. यह देशभर में अपने आप मे रिकॉर्ड है.
7500 वल्नरेबल और 10 हजार क्रिटिकल बूथ : लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 12 सीटों पर 7,500 बूथ वल्नरेबल और दस हजार क्रिटिकल बूथ के रूप में चिह्नित किए गए हैं. इन बूथों पर पुलिस के जवानों के साथ ही हथियारबंद जवान भी तैनात किए जाएंगे. इसके साथ ही क्यूआरटी और आरएसी के जवान भी तैनात किए जाएंगे. अतिरिक्त स्ट्राइकिंग फोर्स की व्यवस्था भी की गई है. उन्होंने बताया कि बूथ पर निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के मल्टीलेवल इंतजाम किए गए हैं.
ईवीएम सुरक्षित रखवाएगी डेडिकेटेड फोर्स : आमतौर पर चुनाव में पूरी पुलिस फोर्स को सुबह से एक साथ तैनात कर दिया जाता है. ऐसे में शाम को मतदान समाप्ति के बाद ईवीएम को संग्रहण केंद्र पर सुरक्षित पहुंचाना चुनौतीपूर्ण होता है. ऐसे में इस बार मतदान बूथ से संग्रहण केंद्र तक ईवीएम को सुरक्षित पहुंचाने के लिए डेडिकेटेड फोर्स की व्यवस्था की गई है. इस काम के लिए अलग से जवान और अधिकारियों को तैनात किया गया है. एडीजी विशाल बंसल ने बताया कि संग्रहण केंद्र पर ईवीएम तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेगी और 24 घंटे सीसीटीवी के जरिए नजर रखी जाएगी.