जयपुर. राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री रहे पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत और पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल को भारत रत्न पुरस्कार देने की मांग उठने लगी है. शिव विधायक रविंद्र भाटी में विधानसभा के मुख्य सचिव को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के लिए समय देने के लिए पत्र लिखा. भाटी ने दोनों नेताओं का जीवन राष्ट्र सेवा, जन कल्याण और भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बताते हुए सदन के माध्यम से प्रदेश सरकार से दोनों दिवंगत नेताओं के नाम भारत रत्न के लिए नामित करने की अनुशंसा की मांग की है.
ये लिखा पत्र : विधानसभा नियम 131 के तहत मुख्य सचिव राजस्थान विधानसभा को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के लिए समय देने के लिए लिखे पत्र में विधायक रविन्द्र भाटी ने कहा कि स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत और स्वर्गीय जसवंत सिंह जसोल का जीवन राष्ट्र सेवा, जनकल्याण और भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने के प्रति पूर्णतः समर्पित रहा है. इन दोनों महान विभूतियों ने अपने कृतित्व और नेतृत्व से न केवल राजस्थान बल्कि समूचे भारत को प्रेरणा दी है.
![लगाया विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11-02-2025/23517151_info_bhati.jpg)
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भैरो सिंह शेखावत ने तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में कुशल नेतृत्व प्रदान किया और प्रदेश के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके कार्यकाल में राज्य ने कृषि, सिंचाई, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की. उपराष्ट्रपति के रूप में भी उन्होंने पूरे देश को प्रभावी और समर्पित नेतृत्व प्रदान किया. वे "गरीबों के मसीहा" के रूप में पहचाने गए, जिनका योगदान लोकतंत्र को मजबूती देने में अविस्मरणीय है. इसी तरह से जसवंत सिंह जसोल का योगदान भारतीय राजनीति में उनके बौद्धिक कौशल और नेतृत्व क्षमता के लिए सदैव स्मरणीय रहेगा. उन्होंने रक्षा, वित्त और विदेश जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाई. उनकी विद्वता, कूटनीति और देश के प्रति समर्पण उन्हें एक प्रखर और दूरदर्शी नेता के रूप में स्थापित करता है. इन दोनों के योगदान को ध्यान में रखते हुए यह उचित होगा कि उनके नाम को भारत रत्न पुरस्कार के लिए नामित किया जाए. यह न केवल उनकी स्मृति को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी, बल्कि उनके कार्यों और विचारों को आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनाएगा. भाटी ने लिखा कि प्रदेश सरकार दोनों नेताओं के नाम भारत रत्न पुरस्कार के लिए नामित करने की अनुशंसा की जाए.