पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी में पूरे धूमधाम के साथ शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया गया. इस दौरान गुड फ्राइडे के अवसर पर सैकड़ों लोगों ने प्रार्थना कर प्रभु यीशु को याद किया. बता दें कि गुड फ्राइडे प्रभु यीशु के बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था. इसलिए इस दिन को खुशी के रूप में नहीं बल्कि शोक और शांति के रूप में मनाया जाता है.
गुड फ्राइडे पर क्रूस यात्रा निकाली गई: ऐसे में शुक्रवार को मसौढ़ी के गिरजाघर में प्रभु यीशु के बलिदान को याद करने के लिए गुड फ्राइडे पर क्रूस यात्रा निकाली गई और प्रभु के सात वचन को फिर से दोहराया गया. इस दौरान फादर पैकिंयम भास्कर ने कहा कि यह दिन यीशु के बलिदान और उनकी मृत्यु की याद दिलाता है. ईसाई लोग इस दिन को गंभीरता और चिंतन के दिन के रूप में मनाते हैं. आज का दिन हमारे लिए काला शुक्रवार है.
मानव जाति के लिए जीवन कुर्बान किया: दरअसल, गुड फ्राइडे वह काल दिन जब प्रभु यीशु आज के ही दिन हंसते-हंसते सूली पर चढ़ गए थे. संपूर्ण मानव जाति के भलाई लिए वह एक ब्लैक डे था. यीशु को यहूदी शासको ने शारीरिक और मानसिक रूप से कई यातनाएं दी थी और उन्हें सूली पर चढ़ा दिया था. सदियों से ईसाई धर्म के लोग ग्रुप फ्राइडे को शोक दिवस के रूप में मनाते हैं. ऐसे में मसौढ़ी में ईसाई धर्म मानने वाले लोगों ने शुक्रवार को गिरजाघर में शोक संकल्प दिवस मनाया और क्रूस यात्रा निकाला.
"आज के दिन हमारे प्रभु यीशु को यहूदियों ने सूली पर चढ़ा दिया था. इसलिए आज का दिन संपूर्ण मानव जाति के लिए त्याग और बलिदान का दिन है. प्रभु यीशु न केवल ईसाई धर्म के लिए बलिदान दिया था बल्कि संपूर्ण मानव जाति के लिए हंसते-हंसते सूली पर चढ़ गए थे. आज उनकी याद में हम सभी बलिदान दिवस मना रहे हैं. क्रूस यात्रा निकालकर उनके याद में चिंतन कर रहे हैं और मानव जाति के कल्याण का संकल्प ले रहे हैं." - पैकिंयम भास्कर, फादर