पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी सिविल कोर्ट के सभी अधिवक्ताओं ने डीसीएलआर कोर्ट का अनिश्चितकालीन बहिष्कार कर दिया है. अधिवक्ताओं ने डीसीएलआर कोर्ट में अराजकता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, उनमें नाराजगी है कि यहां बिना पैसे लेनदेन के कोई काम नहीं हो रहा है.
अधिवक्ताओं ने भ्रष्टाचार का लगाया आरोप: अधिवक्ताओं का कहना है कि कोर्ट में कई महीनों से लगभग 1400 केसेस पेंडिंग चल रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होरही. ऐसे में उनके बीच नाराजगी बढ़ती जा रही है. इसी वजह से मसौढ़ी अधिवक्ता संघ ने बैठक कर निर्णय लिया कि अनिश्चितकालीन तक डीसीएलआर कोर्ट का बहिष्कार किया जाएगा.
'डीसीएलआर कोर्ट में चल रहा पैसे का खेल': अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि डीसीएलआर कोर्ट में फाइल आर्डर पर है बावजूद उसे देखा नहीं जा रहा है जबकि नियम यह है कि जब किसी भी फाइल का आर्डर हो चुका है, तो उसे केस को निष्पादित करना जरूरी होता है, यहां तक की डीसीएलआर कोर्ट में सिलियर नंबर का खेल चल रहा है. जो पैसा देता है उसका फाइल आगे बढ़ जाती है.
"यहां बिना पैसों के कोई काम नहीं होता है. डीसीएलआर कोर्ट में हजारों फाइल ऑर्डर पर लटकी पड़ी है, लेकिन इसका निष्पादन नहीं किया जा रहा है. सीरियल नंबर का खेल यहां चल रहा है. ऐसे में अनिश्चितकालीन तक सभी अधिवक्ताओं ने डीसीएलआर कोर्ट का बहिष्कार किया है"- राकेश कुमार, सचिव, मसौढ़ी अधिवक्ता संघ
"डीसीएलआर कोर्ट में अराजकता का माहौल है. बिना पैसों का कोई काम नहीं हो रहा है. जो पैसा देता है उसकी फाइल आगे बढ़ाई जाती है. कई महीनों से 1200-1400 केसेज पेंडिंग में हैं. फाइलें ऑर्डर पर लड़की पड़ी है लेकिन काम नहीं हो रहा है. जब तक सुनवाई नहीं होती है, तबतक हड़ताल जारी रहेगा."- महेंद्र सिंह अशोक, पूर्व अध्यक्ष, मसौढ़ी अधिवक्ता संघ
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