पटना: राजधानी पटना में करीब 10 लाख रुपये के जाली नोट पकड़े गये हैं. जाली दस्तावेज भी बरामद किया गया. इन जाली दस्तावेज से से ठगी करने के मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक दुकान की आड़ में जालसाजी का काम हो रहा है. जिसके बाद पुलिस टीम का गठन कर छापेमारी की गयी तो भारी मात्रा में जाली नोट के बंडल तथा कई सरकारी कागजात बरामद किए गए. पुलिस ने दुकान से एक महिला सहित, दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया.
क्या है मामलाः बाढ़ के सालिमपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रुकनपुरा गांव में नकली दस्तावेज बनाने का काम किया जा रहा है. सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बाढ़ 2 के नेतृत्व में टीम गठित की गई. तलाशी ली गई तो एक टोकरी में रखे जाली 10 लाख रुपये बरामद किया गया. वहां से पुलिस को अन्य सरकारी दस्तावेज मिला जिसमें बॉन्ड पेपर, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, चेक बुक, पासबुक, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय कार्ड आदि बरामद हुआ.
सरकारी योजना के नाम पर ठगीः छापेमारी के दौरान अपराधी भाग न जाए, इसको लेकर पूरे क्षेत्र की पुलिस ने घेराबंदी कर रखी थी. पुलिस ने जिनको गिरफ्तार किया उनके नाम संतोष कुमार हैं. गिरफ्तार की गयी महिला की पहचान एक अन्य अभियुक्त प्रभात कुमार की पत्नी के रूप में की गयी. प्रभात कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. ग्रामीण एसपी ने बताया कि इन लोगों के द्वारा सरकारी योजना के नाम पर फॉर्म भरवा कर उनसे पैसे वसूले जाते थे. योजना के नाम पर जाली नोट भी दे दिया जाता था.
"दुकान पर बैठे हुए संतोष कुमार से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि प्रभात कुमार द्वारा जाली नोट तथा जाली दस्तावेज बनाकर उसका अवैध रूप से अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लोगों के साथ धोखाधड़ी कर पैसा कमाया जाता है."- रोशन कुमार, ग्रामीण एसपी
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