पटना: राजधानी पटना में करीब 550 छोटे-बड़े घाटों पर छठ महापर्व होना है. राजधानी में करीब 102 गंगा घाटों, 45 पार्कों और 63 तालाबों पर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. अलग-अलग जगहों पर 10 हजार से अधिक गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी. बता दें कि, 5 नवंबर को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो जाएगी. उससे पहले छठ घाटों की तैयारी को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
ट्रैफिक रूटों में बदलाव: श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या ना हो इसके लिए छठ पर्व को लेकर राजधानी पटना में ट्रैफिक के रूटों में कई बदलाव किए गए हैं. वहीं 7 नवंबर को दोपहर 12:00 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक और 8 नवंबर को सुबह 2:00 बजे से ट्रैफिक सामान्य होने तक ट्रैफिक रूट बदला रहेगा. वहीं अति आवश्यक वाहनों को छोड़कर सभी वाहनों पर यह ट्रैफिक नियम लागू रहेगा.
दस हजार गाड़ी की पार्किंग व्यवस्था: पटना के शहरी इलाकों में दीदारगंज से लेकर दानापुर तक लगभग 100 छठ घाट को पूजा के लिए तैयार किया गया है. वहीं छठ व्रतियों के लिए और श्रद्धालुओं के लिए लगभग 45 जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है. इस बार छठ पूजा में कलेक्ट्रेट घाट और बांस घाट जुड़ गया है. वहीं कलेक्ट्रेट घाट पर लगभग 10000 गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था की गई है.
कारगिल चौक से दीदारगंज तक मार्ग बंद रहेगा: वहीं अगर हम बात करें बांस घाट की तो वहां भी लगभग दो से ढाई हजार गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है.कारगिल चौक से दीदारगंज तक किसी भी वाहनों का परिचालन नहीं होगा. सिर्फ छठ व्रतियों की गाड़ियां खजांजी रोड से पटना कॉलेज और साइंस कॉलेज मैदान में पार्किंग के लिए जा सकेगी. वहीं गायघाट की ओर जाने वाली गाड़ियां न्यू बायपास से धनूकी मोर शीतला माता मंदिर या बिस्कोमान गोलंबर होकर जाएगी.
गांधी मैदान में भी होगी पार्किंग: कारगिल चौक से पश्चिम शाहपुर तक छठ व्रतियों के ही वाहनों का परिचालन होगा. वहीं छठ पूजा के दौरान जेपी गंगा पर वाहनों का परिचालन का पूर्ण रूप वर्जित रहेगा. हालांकि इमरजेंसी गाड़ियों पर यह नियम लागू नहीं होगा. गांधी मैदान में भी गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है. 10 नंबर गेट से गाड़ी गांधी मैदान में अंदर जाएगी और छठ व्रतियों अपनी गाड़ी पार्किंग कर सकेंगे.
मेडिकल कैंप और चेंजिंग रूम भी बनेगा: जिला प्रशासन के द्वारा श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए गंगा घाट पर शौचालय मेडिकल कैंप चेंजिंग रूम पानी का नल तथा शेड की व्यवस्था की गई है. वहीं जिला प्रशासन के द्वारा तमाम घाटों पर दंडाधिकारी पुलिस बल और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम और डॉक्टर के साथ एंबुलेंस और एनसीसी के जवानों की गंगा घाट पर प्रतिनियुक्ति की गई है.
खतरनाक घाटों को लाल कपड़ों से घेरा गया है: वहीं जिला प्रशासन के द्वारा लाइटिंग की भी जबरदस्त व्यवस्था की गई है तथा वॉच टावर भी बनाए गए हैं. गंगा नदी में कोई व्यक्ति आगे ना जाए जिसको लेकर बेरीकेडिंग की गई है. खतरनाक घाटों को चिह्नित कर लाल कपड़ों से घेरा गया है.
कंट्रोल रूम से रखी जाएगी नजर: कलेक्ट्रेट घाट, लॉ कॉलेज घाट, गायघाट, पाटीपुल पुल घाट 93 नंबर घाट के पास कंट्रोल रूम का भी निर्माण कराया जाएगा. इसके अलावा हर तीन चार घाट को छोड़कर के लिए मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. वहीं मेडिकल टीम में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ तथा एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. वहीं जगह-जगह अग्नि सामान की गाड़ियां थी मौजूद रहेगी.
"राजधानी पटना में ट्रैफिक के रूटों में कई बदलाव किए गए हैं. 14 अलग-अलग जगहों पर 10 हजार से अधिक गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी. अति आवश्यक वाहनों को छोड़कर सभी वाहनों पर यह ट्रैफिक नियम लागू रहेगा." -अपराजित लोहान, ट्रैफिक एसपी पटना
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