जोधपुर: जोधपुर जोन के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 'ऑपरेशन शंकर' के तहत ओडिशा से 865 किलोग्राम गांजा की खेप पहुंचाने वाली गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया है. आरोपी ओडिशा से ही गैंग ऑपरेट कर रहा था. उसके जोधपुर में आते ही एनसीबी ने जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया.
एनसीबी के जोनल निदेशक घनश्याम सोनी ने बताया कि आरोपी भवाद निवासी मेहराम बिश्नोई है. वह दो दिन पहले ही घर में ट्यूबवेल करवाने के लिए आया तो उसे पकड़ लिया गया. एनसीबी जोधपुर की टीम ने 23 मई 2024 को जोधपुर के फिटकासनी स्थित गोरा होटल के पास एक महिंद्रा पिकअप वाहन को रोका था. तलाशी के दौरान वाहन से 71 पैकेट गांजा बरामद किए गए.
इसके बाद की कार्रवाई में 99 अतिरिक्त पैकेट भी जब्त किए गए. इस प्रकार कुल 865 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 4.30 करोड़ आंकी गई. इस मामले में अब तक 6 अंतरराज्यीय मादक पदार्थ अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं और मामले की जांच जारी है.
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पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि मेहराम 2004 से तस्करी के काम में सक्रिय है. तस्करी के नेटवर्क को संचालित करने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. प्रमुख तस्करों जैसे राकेश साई और बलदेव बंटी तथा ओडिशा के गांजा आपूर्तिकर्ताओं के बीच संपर्क स्थापित करवाया और सप्लाई शुरू कर दी.
शैक्षणिक संस्थानों को बनाया टारगेट: मेहराम विश्नोई ओडिशा से राजस्थान में गांजे की आपूर्ति के लिए प्रमुख स्रोत बन गया था. इस गांजे की खेप मुख्य रूप से आईआईटी जोधपुर, एम्स जोधपुर, एनआईएफटी और जोधपुर शहर के अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को टारगेट बनाकर खपाया जाता था.