नर्मदापुरम: जिले में पर्यटन की अपार संभावना है. इसी को देखते हुए मध्य प्रदेश टूरिज्म (एमपीटी) ने एक नई पहल शुरू की है. एमपीटी नर्मदापुरम के ग्रामीण क्षेत्रों में 15 होम स्टे बना रहा है. इसमें से कई बनकर तैयार भी हो गए हैं. इन होम स्टे का उद्देश्य यहां आने वाले पर्यटकों को प्रकृति से करीब ग्रामीण परिवेश में ठहरने की व्यवस्था देना है. साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना है. यहां ठहरने वाले शहरी पर्यटकों को गांव की संस्कृति और संस्कार को और करीब से जानने और समझने को मिलेगा.
होम स्टे से ग्रामीणों को मिल रहा है रोजगार
नर्मदापुरम में बनकर तैयार हुए होम स्टे के मालिक जयराम धुर्वे ने बताया कि, "पिछले साल मार्च में होम स्टे को तैयार कर लिया था. दो महीने की रेगुलर बुकिंग भी मिल चुकी है. इसके अलावा अभी और भी बुकिंग मिल रही है. इसके बनने से गांव के 4-5 लोगों को भी रोजगार मिला है. इससे अभी तक मैं 1 लाख 30 हजार रुपये कमा चुका हूं. हमारे यहां अभी 6 से 7 होम स्टे और बन रहे हैं, जिनका काम अभी चल रहा है. उन्होंने बताया की हमे इस बात की खुशी है कि एमपीटी ने होम स्टे बनाकर हमारे गांव को रोजगार का एक अवसर प्रदान किया है."
इसे भी पढ़ें: मालदीव को मात देते वॉटर रिसॉर्ट तैयार, गोवा की फीलिंग मध्य प्रदेश में पाएं मध्य प्रदेश के 3 गांव के विदेशी भी दीवाने, यहां रहने पर होता है जन्नत का एहसास |
होटल जैसी मिलेगी सुविधा
एमपीटी के जिला पर्यटन प्रबंधक मनोज ठाकुर ने बताया कि, "नर्मदापुरम में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. हमारे यहां स्थानीय पर्यटन क्षेत्र मढ़ई है. जिसके नजदीक ढाबा छेड़का व उरदौन में कुल 15 होमस्टे बनाए जा रहे हैं. इनमें हर वह सुविधा है जो होटल में होती है. पर्यटकों के लिए यह होटल के मुकाबले काफी सस्ता भी है, साथ ही ग्रामीण माहौल में भी रहने का आनंद मिलेगा. इसके अलावा ग्रामीणों के विकास के लिए भी यह पहल काफी कारगर साबित हो रही है. स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है."