कैमूर: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. इसके बावजूद तस्कर अलग-अलग तरीकों से जिले भर में शराब की तस्करी कर रहे है. पुलिस इन पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इस बीच कैमूर जिले की उत्पाद विभाग की टीम ने भी तस्करों पर रोकथाम लगाने के लिए कमर कस ली है.
ड्रोन कैमरे से निगरानी: मिली जानकारी के अनुसार, जिले के शहरी एवं सुगम क्षेत्र में उत्पाद विभाग की टीम जहां वाहन से जांच कर शराब तस्कर और शराबियों को लगातार कार्रवाई कर रही है. तो वहीं, टीम द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में अब ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है.
उत्पाद विभाग चला रही जांच अभियान: इस संबंध में जानकारी देते हुए कैमूर उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि शराब के बढ़ते कारोबार को देखते हुए उत्पाद विभाग द्वारा जांच अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में शराबी एवं शराब कारोबारियों को पकड़ने के लिए एक ड्रोन दिया गया है. ताकि पहाड़ी क्षेत्रों में जहां पुलिस नहीं जा सकती वहां ड्रोन की मदद से देखकर निरंतर कार्यवाई की जा सके.
"कैमूर के भगवानपुर, रामपुर और चैनपुर प्रखंड के अलग-अलग जगहों से लगातार देसी महुआ शराब निर्माण होने की जानकारी मिल रही थी. इन इलाकों में जाने के लिए उत्पाद विभाग की टीम को काफी महनत करना पड़ता था. ऐसे में उन्हें एक ड्रोन कैमरे दिया गया है. जिससे वह आसानी से तस्करों और कारोबारियों पर नजर रख सकेंगे. साथ ही समय-समय पर जांच कर कार्यवाई भी कर सकेंगे." - राकेश कुमार, उत्पाद अधीक्षक, कैमूर
शराब निर्मित जगहों को ध्वस्त किया: बता दें कि उत्पाद विभाग की टीम ने सिर्फ जनवरी माह में 65 हजार 400 लीटर जावा महुआ का विनष्टिकरण किया है. अब तक उत्पाद विभाग पुलिस द्वारा कई ठिकानों पर कार्यवाई करते हुए शराब निर्मित जगहों को ध्वस्त किया जा चुका है. पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी चलती रहेगी.
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