अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में हाल ही में सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के पास एक व्यक्ति ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर हथौड़ा मारकर उसे तोड़ने की कोशिश की. इस घटना ने पूरे पंजाब में सनसनी फैला दी है, इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राज्य सरकार राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गई है. विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह घटना मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार में कोई नई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले भी सीमा पर तस्करी और सीमावर्ती इलाकों में बम धमाकों की घटनाएं हुई हैं, जिन्हें सरकार किसी और रूप में पेश करने की कोशिश करती है. बाजवा ने यह भी कहा कि पंजाब में आए दिन गोलीबारी की घटनाएं हो रही हैं और इससे स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार चलाने में विफल हो रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पंजाब सरकार के इशारे पर ऐसी घटनाएं हो रही हैं और उनकी जांच होनी चाहिए.
सांसद गुरजीत औजला ने भी पंजाब सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना यह सरकार की विफलता है. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद कैबिनेट की बैठक नहीं बुलाई गई, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. औजला ने कहा कि मान सरकार शहीद भगत सिंह और भीम राव अंबेडकर को अपना आदर्श मानती है, लेकिन इस घटना पर कोई जवाब नहीं है.
मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने की घटना पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह घटना बेहद निंदनीय है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब के सांप्रदायिक सद्भाव को तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी. उन्होंने प्रशासन को इस मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
ये है पूरी घटना
जानकारी के अनुसार, आरोपी व्यक्ति सीढ़ी लगाकर प्रतिमा पर चढ़ा और हथौड़े से मूर्ति को तोड़ने लगा. स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपी मोगा के धर्मकोट का रहने वाला है और यह स्पष्ट नहीं है कि उसने यह कृत्य क्यों किया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दलित समुदाय का विरोध प्रदर्शन
इस घटना के बाद दलित समुदाय विरोध प्रदर्शन कर रहा है. समुदाय के सदस्यों ने मांग की है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए. यह घटना पंजाब में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता पैदा करती है और विपक्ष के नेताओं ने राज्य सरकार की आलोचना की है.
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