देहरादून: उत्तराखंड में लगातार मानसूनी बारिश जारी है और इस दौरान चारधाम यात्रा भी चल रही है. अब तक उत्तराखंड के चारों धामों में करीब 29 लाख यात्री दर्शन कर चुके हैं. वहीं इन यात्रियों ने साढ़े तीन लाख से ज्यादा वाहनों से उत्तराखंड में यात्राएं की हैं. प्रदेश में इन दिनों चल रहे मानसून सीजन में सड़कें लगातार बाधित हो रही हैं. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
चारधाम यात्रा तोड़ेगी रिकॉर्ड: उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के मुताबिक सोमवार 8 जुलाई यानि आज प्रदेश में अब तक चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा हेमकुंड साहिब में अब तक कुल 3012909 यात्री दर्शन कर चुके हैं. जिन्होंने 355331 वाहनों के माध्यम से यात्राएं की. वहीं श्रद्धालुओं में चारधाम यात्रा के लिए गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है और आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ सकती है.
प्रदेश में कई संपर्क मार्ग बंद: उत्तराखंड में इन दोनों मानसून सीजन की शुरुआत हो चुकी है. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. 15 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक 31 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें 71 लोगों की जान गई है. वहीं दैवीय आपदाओं के चलते अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है और कई घरों का भी नुकसान पहुंचा है. वहीं यात्रा सीजन के दौरान यात्रियों की मौत के आंकड़ों की बात की जाए तो अब तक 169 लोगों हो मौत चुकी है. प्रदेश में 245 सड़कें अवरुद्ध है, कुमाऊं के नैनीताल और चंपावत जिले में सबसे बुरा हाल है.
जिलों में सड़कें बंद होने से लोग परेशान : प्रदेश में अगर सड़कों की मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो आज 8 जुलाई यानि आज 12 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 245 सड़कें बंद हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई चल रही है. जिलेवार बंद सड़कों की अगर बात की जाए तो रुद्रप्रयाग में 14 ग्रामीण मार्ग, उत्तरकाशी जिले में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग, बागेश्वर जिले में 19 सड़कें, देहरादून जिले में 14 सड़कें, पिथौरागढ़ में 6 बॉर्डर रोड समेत 28 सड़कें, अल्मोड़ा में 19 सड़कें, नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा 38 सड़कें, चंपावत जिले में NH 09 समेत 35 सड़कें, पौड़ी गढ़वाल जिले में 16 सड़कें, चमोली जिले NH-58 समेत 35 सड़कें और टिहरी जिले में भी 1NH सहित 24 सड़कें बंद है.
सड़कें खोलने में जुटा महकमा: इन सड़कों में 6 बॉर्डर रोड, तीन नेशनल हाईवे समेत कुल 245 सड़कें प्रदेश में अवरुद्ध है. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. सबसे ज्यादा बुरा हाल नैनीताल जिले में है, जहां 38 सड़कें बंद है.वहीं चंपावत जिले में भी 34 सड़कें बंद हैं. गढ़वाल में बात करें तो चमोली जिले में सबसे ज्यादा 35 सड़कें बंद हैं.आपदा प्रबंधन विभाग के कोआर्डिनेशन से लगातार इन सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है.
अल्मोड़ा में बारिश से बढ़ी परेशानियां: विगत पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और बाजारों में रौनक गायब है. जिले के स्कूलों को बंद कर दिया गया है. वर्षा के कारण सड़कों में बोल्डर और मलबा गिर रहा है. जिसके कारण अल्मोड़ा जिले की दो स्टेट हाईवे और 17 अन्य सड़कें बंद है. जिन्हें जेसीबी लगाकर खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
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