भोपाल। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बड़ा बयान दिया है. प्रदेश के आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा "मोदी सरकार में उन्हें राज्यमंत्री के तौर पर शामिल होने का ऑफर मिला था, लेकिन इसके लिए वह तैयार नहीं हुए." कुलस्ते ने कहा "उन्होंने साफ कर दिया है कैबिनंट मंत्री बना सकते हो तो फिर ठीक है, वरना रहने दो." बता दें कि मंडला संसदीय सीट से 7 बार के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को इस बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी है.
प्रदेश का बड़ा आदिवासी चेहरा हैं कुलस्ते
आदिवासी चेहरे के रूप में कुलस्ते के स्थान पर धार से सांसद सावित्री ठाकुर को राज्यमंत्री बनाया गया है. उनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेन्द्र खटीक, दुर्गादास उईके, एल मुरूगन को केन्द्र में मंत्री बनाया गया है. इस बार मंत्रिमंडल में जगह न पाने को लेकर फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा "सरकार मुझे राज्यमंत्री बनाना चाहती थी, लेकिन मैंने मना कर दिया. मैं तीन बार राज्यमंत्री रह चुका था. चौथी बार बनाना चाह रहे थे, इसलिए मैंने मना कर दिया."
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कैबिनेट मंत्री बनने की इच्छा जताई
कुलस्ते ने कहा "अगर बनाना ही था तो कैबिनेट मंत्री बनाएं. इसको लेकर संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी मेरी चर्चा हुई थी. आगे मंत्रिमंडल में स्वतंत्र प्रभार लेकर विचार किया जाएगा तो सोचेंगे." बता दें कि कुलस्ते प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता हैं. वह मोदी सरकार के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. वह 1999 से 2004 के बीच अटल सरकार में राज्यमंत्री रहे हैं. इसके बाद मोदी सरकार के दो कार्यकाल में वे राज्यमंत्री रहे हैं, लेकिन मोदी 3.0 मंत्रीमंडल में उन्हें जगह नहीं मिल सकी.