पटनाः 'मोहम्मद जावेद तू अल कायदा का आतंकी है. तुम्हारे जैसे आतंकियों के लिए गिरिराज भईया ठीक बोलते हैं. इस देश में जीतने भी दाढ़ी टोपी और हिजाब वाला मदरसा छाप आतंकी है, उसके लिए देश में कोई जगह नहीं है. एक-एक को ठिकाना लगाया जाएगा, काम शुरू है. तुम्हारा भी नंबर आएगा. विश्व हिन्दू परिषद!'
जावेद आजाद को हत्या की धमकीः सोशल मीडिया X पर किशनगंज सांसद डॉक्टर मोहम्मद जावेद आजाद को उक्त पोस्ट के माध्यम से हत्या की धमकी दी गयी है. इसको लेकर सांसद के निजी सचिव अमीरुल जैश ने दिल्ली के संसद मार्ग थाना में एफआईआर दर्ज करायी है. निजी सचिव ने कहा कि इस ट्वीट में डॉ. जावेद पर आतंकवाद का झूठा आरोप लगाया गया है. उनकी धार्मिक पहचान को निशाना बनाया गया है. उनकी जान को खतरा बताया गया है जिसका उद्देश्य वीएचपी के समर्थन में हिंसा और सांप्रदायिक अशांति को भड़काना है.
Dummy accounts using VHP’s name to give death threats to Muslim MPs. @DrMdJawaid1 pic.twitter.com/4wnrADgcbC
— Zarif (@Zarif_Hosain) October 15, 2024
खुद को विश्व हिन्दू परिषद बतायाः सचिव ने आईपीसी की धारा 506 और 153 ए के तहत तत्काल एफआईआर दर्ज करने और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच करने की मांग की है. डॉ. जावेद के लिए सुरक्षा की मांग की है. बता दें कि इस धमकी भरे पोस्ट में गिरिराज सिंह का नाम लिया गया है. अंत में विश्व हिन्दू परिषद की चर्चा की गयी है. हालांकि सोशल मीडिया एक्स की ओर से इस एकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है.
X ने की कार्रवाईः सोशल मीडिया X का मानना है कि कंपनी के नियम के खिलाफ. कहा कि X उन खातों को निलंबित करता है जो X नियमों का उल्लंघन करते हैं. बता दें कि जिस प्रोफाइल से धमकी पोस्ट की गयी है कि उसका नाम Hindu Rashtra @hindustanT4961 है. हालांकि यह प्रोफाइल वैरिफाई नहीं है. दिल्ली में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गयी है.
दो बार से सांसद हैं जावेदः बता दें कि जावेद आजाद किशनगंज के गोवाबाड़ी गांव के रहने वाले हैं. 4 बार विधायक और दो बार सांसद बने. वर्तमान में 2024 से कांग्रेस सांसद हैं. जावेद आजाद एक एमबीबीएस डॉक्टर भी हैं और बतौर फिजीशियन प्रैक्टिस भी किए हैं. जावेद आजाद के पिता मोहम्मद हुसैन आजाद एक कांग्रेसी नेता थे. बिहार के अलग अलग विधानसभा से 6 बार सांसद रहे.
1989 से कांग्रेस पार्टी में हैंः जावेद आजाद 1989 में राजनीति में प्रवेश किए. 200 में बिहार विधानसभा चुनाव में किशनगंज से विधायक बने. इसके बाद 2005, 2010 और 2015 में विधायक रहे. फिर विधायक से इस्तीफा देकर 2019 में किशनगंज से कांग्रेस के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़े और जीत मिली. 2024 में भी कांग्रेस के टिकट पर जीत मिली. विधायकी के दौरान कानून, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री के रूप में काम किए.
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