खंडवा। खंडवा में किसानों ने आरोप लगाया कि उनके साथ वादाखिलाफी हुई है. नाराज होकर किसानों ने खंडवा जिले में स्थित सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के गेट पर धरना दे दिया. किसानों का कहना है कि परियोजना में निकाली गई वैकेंसी में किसानों के पुत्रों को आरक्षण नहीं दिया गया. जबकि जमीन लेते समय वादा किया था कि किसानों के परिवारों को आरक्षण दिया जाएगा. अब परियोजना के जिम्मेदार अधिकारी अपना वादा नहीं निभा रहे हैं.
जमीन लेते वक्त नौकरी देने का वादा किया था
किसानों का कहना है कि जब सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट बन रहा था, तब उन्होंने अपनी जमीन की कुर्बानी देकर सहयोग किया था. जमीन लेते वक्त यह कहा गया था कि आपके बच्चों को यहां नौकरी दी जाएगी, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है. किसानों के धरने को कांग्रेस नेता सोनू गुर्जर ने भी समर्थन दिया. सोनू ने कहा कि सरकार अगर किसानों की बात नहीं सुनेगी तो बड़ा आंदोलन करेंगे. किसानों के सब्र की भी कोई सीमा होती है आखिर किसान के पास जब जमीन ही नहीं बची तो वे क्या करें.
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बीड़ क्षेत्र के 133 गांवों के किसान एकजुट
बता दें कि सिंगाजी ताप परियोजना के लिए अपनी जमीन देने वाले बीड़ इलाके के 13 गांवों के 489 किसानों के पुत्रों ने अपनी मांग को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपे हैं. मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा निकाली गई वैंकेसी में लिखित आश्वासन देने के बाद भी आरक्षण नहीं दिया जा रहा है. इसलिए किसान परियोजना के गेट के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे हैं. खंडवा लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे कांग्रेस नेता सोनू पहलवान गुर्जर भी धरने में पहुंच गए. वहीं, किसानों ने कहा है कि नौकरी नहीं तो वोट नहीं.