कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में 24 घंटे से हो रही तेज बारिश आफत बन गई है. जिले के नदी-नाले उफान पर आ चुके हैं. कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. अलग-अलग दो विधानसभा क्षेत्रों में नदी का जल स्तर बढ़ने से करीब आधा दर्जन गांवो का संपर्क बड़वारा व ढीमरखेड़ा के जिला मुख्यालय से टूट गया है. बारिश के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ है.
कटनी के कई गांवों का टूटा संपर्क
तेज बारिश से नदी-नाल उफान पर आने से लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. बड़वारा तहसील क्षेत्र से गुजरने वाली छोटी महानदी उफान पर है. ऐसे में कई पुल डूबने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है. सकरीगढ़ महानदी पुल के ऊपर पानी आने से गणेशपुर, कुम्हरवारा, लोहरवारा, सकरीगढ़ समेत अन्य गांव के लोग जान जोखिम में डालकर मुख्यालय नदी-नाले पार कर रहे हैं. वहीं बारिश की वजह से ढीमरखेड़ा के घाना, सुनारखेडा व सिलौंडी में राहत शिविर शुरू किए गए हैं. कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्लीमनाबाद-पानउमरिया बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर के साथ एसडीएम व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. प्रशासन ने बेरिकेडिंग करवा कर नदी-नाले पार न करने की ग्रामीणों से अपील की.
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प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
वहीं बाढ़ के हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. प्रशासन ने जलभराव की स्थिति को जिला स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम को को सूचना देने की बात कही है. साथ ही कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर 07622-220071 जारी किया है. जो सातों दिन 24 घंटे जारी रहेगा. आमजन से अपील की गई है कि वे अतिवर्षा की वजह से जलभराव वाले गांवों, स्थानों और बढ़े जलस्तर वाले नदी-नालों और पुल-पुलियों की सूचना कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 07622-220071 पर अवश्य दें. ताकि समय पर राहत और बचाव कार्य हेतु टीम को भेजा जा सके. ये कंट्रोल रूम सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घंटे कार्यरत है.