राजसमंद. यहां स्थित जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर भामसं से सम्बद्ध जेके टायर कर्मचारी संघ ने ताला जड़कर धरना दिया है. संघ की मांग है कि उनके श्रमिक संगठन को फैक्ट्री में मान्यता दी जाए. जेके टायर फैक्ट्री लिमिटेड कांकरोली में भारतीय मजदूर संघ अपना बहुमत होने का दावा करते हुए मान्यता दिलाने की मांग उठा रहा है, जबकि इंटक यूनियन का दावा है कि बहुमत उसके पास है. भामसं व इंटक यूनियन एक दूसरे को अल्पमत में बता रहे हैं.
भारतीय मजदूर संघ ने बहुमत के आधार पर मान्यता देने की मांग की है और ऐसा नहीं होने पर जेके टायर फैक्ट्री का संचालन नहीं होने देने की चेतावनी दी है. इधर, इंटक यूनियन का कहना है कि सभी श्रमिक काम करने को तैयार है और भामसं के नाम पर ताला जड़कर धरने पर बैठे लोग फर्जी व बाहरी है. हालांकि भामसं ने इंटक अध्यक्ष चुन्नीलाल पंचोली को बाहरी बताया है. फिलहाल जेके टायर फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर सुबह 6 बजे से ताला जड़ा है. यहां पर भामसं के पदाधिकारी धरने पर बैठे हैं.
इंटक ने रैली निकाली: इस बीच इंटक यूनियन कार्यकर्ताओं की रेलवे स्टेशन के पास इंटक यूनियन कार्यालय पर बैठक हुई और उसके बाद वाहन रैली के रूप में श्रमिक राजसमंद शहर में रैली निकालते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. कलेक्ट्रट के द्वार पर इंटक पदाधिकारियों ने भामसं के खिलाफ नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पदाधिकारी वापस इंटक कार्यालय पर आ गए.अब भारतीय मजदूर संघ व इंटक यूनियन आमने सामने हो गए हैं.
फैक्ट्री के बाहर तैनात पुलिस: जेके टायर फैक्ट्री में ताला जड़ने के बाद भामसं धरना स्थल पर कांकरोली थाना प्रभारी हनवंतसिंह सोढा के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात है. जबकि राजनगर थाना प्रभारी रमेश मीणा के नेतृत्व में इंटक यूनियन कार्यालय के पास पुलिस जाब्ता तैनात है.