सिरोही : जिले के आबूरोड स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान के महासचिव बीके निरवैर के 19 सिंतबर की रात को देहावसान के बाद संस्थान में शोक की लहर फैली हुई है. बीके निरवैर के निधन की खबर सुनकर देश-विदेश से संस्थान के अनुयायियों का आबूरोड पहुंचने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार शाम तक हजारों की संख्या में अनुयायी आबूरोड के शांतिवन पहुंचे, जहां उन्होंने आखरी दर्शन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. शनिवार को शांतिवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में पार्थिव देह को रखा गया, जहां सुबह मेडिटेशन कर आत्मा की शांति के लिए योग किया गया.
संस्थान के पीआरओ बीके कोमल ने बताया कि लगातार लोग उनके आखरी दर्शन कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं. सुबह 10 बजे शांतिवन परिसर से वैकुंठी शुरू हुई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए. वैकुंठी शांतिवन से शुरू होकर माउंट आबू जाएगी. यहां सबसे पहले पांडव भवन जाएगी, दो घंटे के लिए पार्थिव देह को रखा जाएगा. माउंट आबू के स्थानीय लोगों सहित संस्थान के लोग श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद शव को ज्ञान सरोवर व ग्लोबल ले जाया जाएगा. शाम को पुनः आबूरोड के शांतिवन पहुंचेंगे और रविवार को सुबह 10.30 बजे शांतिवन के मुक्तिधाम में बीके निरवैर का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
हरियाणा के मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र के राज्यपाल ने जताया दुःख : बीके निरवैर के निधन पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने दुःख जताते हुए संस्थान के मुख्य प्रशासिका को पत्र लिखा और ब्रह्माकुमारी संस्थान और मानव कल्याण के लिए उनके किए गए कार्यों को याद किया. इस दुःख की घड़ी में ब्रह्माकुमारी संस्थान परिवार को दुःख सहने की हिम्मत देने की भगवान से प्रार्थना की. वहीं, महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी कृष्णन ने भी बीके निरवैर के निधन के पर शोक जताया है.