कुचामनसिटी/जैसलमेर/जोधपुर. आज दुनिया भर में 'विश्व नशा मुक्ति दिवस' मनाया जा रहा है. यह दिन दुनिया को नशीली दवाओं और पदार्थों से मुक्त करने के लिए किए जा रहे कार्यों और सहयोग के विभिन्न प्रयासों का सामूहिक प्रतीक है. इसी क्रम में डीडवाना कुचामन जिले में भी विश्व नशा मुक्ति दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जोधपुर और जैसलमेर में बीएसएफ ने भी जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किए.
लायंस क्लब कुचामन फोर्ट ने विश्व नशा मुक्ति दिवस के दिन कच्ची बस्तियों में जाकर आमजन को नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए नशा नहीं करने के बारे में समझाइश की. आमजन को नशा नहीं करने की शपथ भी दिलाई गई. शपथ में दोहराया गया कि क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने में वो पूरा सहयोग देंगे.
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आपको बता दें कि नशीले पदार्थों के निवारण के लिए हर साल 26 जून को नशा मुक्ति दिवस मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने एक प्रस्ताव में 7 दिसम्बर, 1987 से इसे मनाने का निर्णय लिया था. इसका उद्देश्य लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाना है. राजकीय जिला अस्पताल में मनोरोग चिकित्सक डॉक्टर सुरेंद्र जालोया ने नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग की और उन्हें नशे से छुटकारा पाने के लिए गाइड किया.
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जोधपुर में एनसीबी का वॉकथॉन: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बुधवार को एंटी-ड्रग वॉकथॉन का आयोजन किया. एनसीबी के जोनल डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने बताया कि राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी को चैलेंज के रूप में लिया जा रहा है. सभी एजेंसियां मिलकर इस पर लगाम लगाने के लिए काम कर रही हैं. वॉकथॉन में केंद्रीय और राज्य एजेंसियों जैसे सीआरपीएफ, भारतीय वायु सेना, आईटीबीपी, बीएसएफ, सीबीआई और राजस्थान पुलिस के अधिकारियों और जवानों सहित लगभग 2000 व्यक्तियों ने भाग लिया. इसके अलावा, एनसीसी और स्काउट्स कैडेट्स, ब्रह्माकुमारी और अन्य गैर-सरकारी संगठनों के स्वयंसेवकों, साथ ही स्थानीय नागरिकों ने नशा मुक्त समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए रैली में भाग लिया.
इसलिए जरूरी है जागरूकता: इस वॉकथॉन का मुख्य कारण जोधपुर में गांजा और कृत्रिम नशीले पदार्थों का बढ़ता चलन है. एनसीबी ने ऑपरेशन प्रयोशाला के तहत, गुजरात एटीएस के सहयोग से, एनसीबी ने एमडी लैब्स से 300 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थों को जब्त किया. ऑपरेशन शंकर के तहत, जोधपुर से 850 किलो गांजा की बड़ी खेप जब्त की गई. इसके अलावा, एनसीबी ऑपरेशन कवच के तहत जयपुर को नशीले पदार्थों से मुक्त करने के लिए सतर्क है. ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत, एनसीबी और राज्य पुलिस नारकोटिक्स तस्करी के मामलों में घोषित अपराधियों और भगोड़ों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है.
बीएसएफ ने पोकरण में आयोजित की जागरूकता रैली: बीएसएफ की सभी वाहिनियों ने अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के मौके पर वाहिनी मुख्यालयों और सभी सीमा चौकियों में नशीले पदार्थों के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ विशेष जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया. बल की ओर से इस मौके पर नशा मुक्ति के खिलाफ पोस्टर और बैनर के साथ विभिन्न स्थानों पर जागरूकता रैली निकाली गई. साथ ही सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को नशा की लत से होने वाले सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक हानियों और दूरगामी परिणामों के बारे में अवगत कराया गया.
बीएसएफ की 87वीं बटालियन के कमांडेड रणवीर सिंह ने बताया गया कि बीएसएफ अपने जवानों और अपने इलाके में तैनाती स्थान के आसपास रहने वाले लोगों को हमेशा नशे के कारण होने वाले सभी प्रकार के नुकसानों के संबंध ने जागरूक करती रहती है. नशीले पदार्थों के सेवन और अवैध तस्करी के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसी के साथ सीमांत मुख्यालय ने यह भी भरोसा दिलाया कि बीएसएफ हमेशा इस प्रकार की गतिविधियों में अग्रणी रहा है और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे.