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हीट वेव से कैसे करें खुद का बचाव , किन बातों का रखा जाना चाहिए ख्याल , जानिए एक्सपर्ट की राय - Health Tips

गर्मी का मौसम पूरे रंग में है. ऐसे में बीते दो दिन से प्रदेश में हीट वेव यानी गर्म हवाओं का दौर भी अपना पूरा असर दिखा रहा है. लिहाजा , अस्पतालों में गर्मी के कारण यानी लू लगने के कारण बीमार पड़ने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. पर घर पर छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर गर्मी यानी लू की चपेट में आने से बचा जा सकता है. ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बता रही हैं डाइटिशियन नेहा यदुवंशी .

हीट वेव में बचके!
हीट वेव में बचके! (फोटो ईटीवी भारत GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 9, 2024, 7:26 AM IST

जानिए एक्सपर्ट की राय (वीडियो ईटीवी भारत)

जयपुर . राजस्थान में ज्यादातर शहरों में पारा सामान्य तापमान की परिधि को लांघ चुका है और अब गर्मी अपने चरम पर नजर आ रही है. हीट वेव के कारण डायरिया , नकसीर , बीपी फ्लैक्च्यूएशन और ऐसे कई साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं . ऐसे में खानपान के लिहाज से क्या एहतियात रखी जाएं, इस बारे में बता रही हैं डाइटिशियन नेहा यदुवंशी. डाइटिशियन की सलाह के मुताबिक मौजूदा मौसम को देखते हुए जरूरत ना होने पर बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए और काम के लिए जब भी बाहर निकलना हो , तो कम से कम एक गिलास पानी पीकर निकलना चाहिए. इसके अलावा एक वॉटर बोतल भी साथ में रखनी चाहिए, ताकि शरीर में प्रचुर पानी की मात्रा बनी रहे.

इन घरेलू उपाय पर रखें जोर : नेहा यदुवंशी के मुताबिक ज्यादा गर्मी महसूस होने वाले व्यक्ति को गोंद कतीरा के दो से तीन टुकड़े को रात को पानी में भिगो देना चाहिए, रात भर पानी में रहने के कारण यह गोंद सुबह जेली जैसी स्थिति में वह आ जाता है. इस गोंद को नींबू पानी या सत्तू या फिर सादा पानी में मिलाकर सेवन किया जा सकता है. गोंद कतीरा ठंडी तासीर का होता है, जिससे यह शरीर की तासीर को भी ठंडा रखता है, साथ ही गर्मी के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी दूर करता है. गर्मी में खस-खस भी काफी राहत देता है. इसकी भी तासीर ठंडी होती है, खसखस जो कि एक जड़ होती है, इसे पानी में भिगोकर जड़ के दो से तीन टुकड़े रात भर भिगोकर रखें जाते हैं, जिसका पानी सुबह पीने के उपयोग में लाया जा सकता है. खसखस का असर शरीर को ठंडा रखता है, आंखों के लिए अच्छा होता है और यूटीआई जैसी परेशानी में मददगार भी होता है.

पढ़ें: गर्मियों में कूल बॉडी के लिए पिएं ये जूस, लेकिन इन बातों का भी रखें विशेष ध्यान

इन तरल पदार्थों पर रखें जोर : गर्मी में शरीर से निकलने वाले पसीने के साथ सोडियम, पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. जिसके कारण थकान , कमजोरी और कई तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं. लिहाजा तरल पदार्थों पर जोर रखा जाना चाहिए. खास तौर पर गर्मी के मौसम में फ्रेश नारियल पानी को उपयोग में ला सकते हैं. यह शरीर में न सिर्फ इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी की पूर्ति करता है, बल्कि शरीर को जल्द एनर्जी देता है. इसके अलावा बटर मिल्क यानी छाछ , कच्चे आम पना भी गर्मी में लू से बचने में मददगार होता है. इन सबके इस्तेमाल के दौरान इनमें सेंधा नमक या हिमालयन पिंक सॉल्ट भी डाल सकते हैं. ताकि गर्मी से बचने के साथ-साथ शरीर में डाइजेशन को भी दुरुस्त रखा जा सके. गर्मी के मौसम में नींबू पानी के अलावा अधिक पानी की मात्रा वाले खीरा और तरबूज का सेवन भी लाभदायक होता है.

क्या ना करें : गर्मियों में बाहर से आते ही घर में फ्रिज का ठंडा पानी पीने की जगह घड़े के पानी का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि लू के साइड इफेक्ट से बचा जा सके. इस तरह से सर्द-गर्म और गला खराब होने के अलावा कोल्ड कफ जैसे मर्ज से भी खुद को बचाया जा सकेगा. यह भी देखने में आता है कि कई बार गर्मी में भोजन की इच्छा नहीं होती है और जी खराब हो जाता है. ऐसे में बाहर के मसालेदार खाने ,स्ट्रीट फूड के सेवन से बचना चाहिए. इसके अलावा चाय-कॉफी का उपयोग भी कम मात्रा में किया जाना चाहिए ,क्योंकि चाय और कॉफी से बॉडी हाइड्रेट हो जाती है. डाइटिशियन यदुवंशी के मुताबिक बासी खाने से भी परहेज रखना चाहिए, गर्मी में बासी खाने में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जो गट हेल्थ और डाइजेशन को प्रभावित करते हैं, ऐसे में जी मचलना और मन खराब होने जैसी परेशानियां भी हो जाती है.

जानिए एक्सपर्ट की राय (वीडियो ईटीवी भारत)

जयपुर . राजस्थान में ज्यादातर शहरों में पारा सामान्य तापमान की परिधि को लांघ चुका है और अब गर्मी अपने चरम पर नजर आ रही है. हीट वेव के कारण डायरिया , नकसीर , बीपी फ्लैक्च्यूएशन और ऐसे कई साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं . ऐसे में खानपान के लिहाज से क्या एहतियात रखी जाएं, इस बारे में बता रही हैं डाइटिशियन नेहा यदुवंशी. डाइटिशियन की सलाह के मुताबिक मौजूदा मौसम को देखते हुए जरूरत ना होने पर बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए और काम के लिए जब भी बाहर निकलना हो , तो कम से कम एक गिलास पानी पीकर निकलना चाहिए. इसके अलावा एक वॉटर बोतल भी साथ में रखनी चाहिए, ताकि शरीर में प्रचुर पानी की मात्रा बनी रहे.

इन घरेलू उपाय पर रखें जोर : नेहा यदुवंशी के मुताबिक ज्यादा गर्मी महसूस होने वाले व्यक्ति को गोंद कतीरा के दो से तीन टुकड़े को रात को पानी में भिगो देना चाहिए, रात भर पानी में रहने के कारण यह गोंद सुबह जेली जैसी स्थिति में वह आ जाता है. इस गोंद को नींबू पानी या सत्तू या फिर सादा पानी में मिलाकर सेवन किया जा सकता है. गोंद कतीरा ठंडी तासीर का होता है, जिससे यह शरीर की तासीर को भी ठंडा रखता है, साथ ही गर्मी के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी दूर करता है. गर्मी में खस-खस भी काफी राहत देता है. इसकी भी तासीर ठंडी होती है, खसखस जो कि एक जड़ होती है, इसे पानी में भिगोकर जड़ के दो से तीन टुकड़े रात भर भिगोकर रखें जाते हैं, जिसका पानी सुबह पीने के उपयोग में लाया जा सकता है. खसखस का असर शरीर को ठंडा रखता है, आंखों के लिए अच्छा होता है और यूटीआई जैसी परेशानी में मददगार भी होता है.

पढ़ें: गर्मियों में कूल बॉडी के लिए पिएं ये जूस, लेकिन इन बातों का भी रखें विशेष ध्यान

इन तरल पदार्थों पर रखें जोर : गर्मी में शरीर से निकलने वाले पसीने के साथ सोडियम, पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. जिसके कारण थकान , कमजोरी और कई तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं. लिहाजा तरल पदार्थों पर जोर रखा जाना चाहिए. खास तौर पर गर्मी के मौसम में फ्रेश नारियल पानी को उपयोग में ला सकते हैं. यह शरीर में न सिर्फ इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी की पूर्ति करता है, बल्कि शरीर को जल्द एनर्जी देता है. इसके अलावा बटर मिल्क यानी छाछ , कच्चे आम पना भी गर्मी में लू से बचने में मददगार होता है. इन सबके इस्तेमाल के दौरान इनमें सेंधा नमक या हिमालयन पिंक सॉल्ट भी डाल सकते हैं. ताकि गर्मी से बचने के साथ-साथ शरीर में डाइजेशन को भी दुरुस्त रखा जा सके. गर्मी के मौसम में नींबू पानी के अलावा अधिक पानी की मात्रा वाले खीरा और तरबूज का सेवन भी लाभदायक होता है.

क्या ना करें : गर्मियों में बाहर से आते ही घर में फ्रिज का ठंडा पानी पीने की जगह घड़े के पानी का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि लू के साइड इफेक्ट से बचा जा सके. इस तरह से सर्द-गर्म और गला खराब होने के अलावा कोल्ड कफ जैसे मर्ज से भी खुद को बचाया जा सकेगा. यह भी देखने में आता है कि कई बार गर्मी में भोजन की इच्छा नहीं होती है और जी खराब हो जाता है. ऐसे में बाहर के मसालेदार खाने ,स्ट्रीट फूड के सेवन से बचना चाहिए. इसके अलावा चाय-कॉफी का उपयोग भी कम मात्रा में किया जाना चाहिए ,क्योंकि चाय और कॉफी से बॉडी हाइड्रेट हो जाती है. डाइटिशियन यदुवंशी के मुताबिक बासी खाने से भी परहेज रखना चाहिए, गर्मी में बासी खाने में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जो गट हेल्थ और डाइजेशन को प्रभावित करते हैं, ऐसे में जी मचलना और मन खराब होने जैसी परेशानियां भी हो जाती है.

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