शिमला: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी प्रमुख पर लगे आरोपों से देश भर में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है. इसी कड़ी में आज शिमला में भी ईडी ऑफिस के बाहर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में पार्टी ने इस मामले की जांच कर सेबी प्रमुख को पद से हटाने की मांग की है. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी की. कांग्रेस पीएम मोदी से इस मामले पर जवाब मांगा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि, 'देश का सारा बिजनेस एक ही व्यक्ति के हाथ चला गया है. कांग्रेस बार-बार इस मामले को लेकर अपनी आवाज उठा रही है. पार्लियामेंट सहित विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बार बार इस विषय को लेकर आवाज उठाई है, लेकिन प्रधानमंत्री इस विषय को लेकर जवाब देने को तैयार नहीं हैं. प्रधानमंत्री ने सदन में भी इस बारे में कुछ नहीं कहा हैं. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भी आशंका जताई है कि शेयर मार्केट में गड़बड़ी हुई है. प्रतिभा सिंह ने कहा केंद्र को सदन में जेपीसी का गठन कर मामले की जांच करनी चाहिए.'
सेबी प्रमुख से इस्तीफे की मांग
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप सिंह ने भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि, 'आज केवल सांकेतिक धरना है. इस मामले पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस देश भर में बहुत बड़ा आंदोलन करेगी. मोदी सरकार भ्रष्टाचार के षड्यंत्र में संलिप्त है. इस सरकार का एक ही काम है कि मोदी के मित्रों को किस तरह से फायदा पहुंचाया जाए. देश के बड़े-बड़े उद्योग, हवाई अड्डे, बंदरगाह, रेलवे स्टेशन सब बेचे जा रहे हैं. दो लोग देश को बेच रहे हैं और दो लोग खरीद रहे हैं. आज पूरा देश बिक रहा है. देश में 20 हजार करोड़ का घोटाला सामने आया है. हिंडनबर्ग ने भी अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया हैं, लेकिन सरकार जांच को लटका रही है. इसलिए कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर निर्णय लिया है कि इस मामले पर जेपीसी का गठन कर जांच करवाई जाएं. उन्होंने सेबी प्रमुख से भी तुरंत प्रभाव से इस्तीफा मांगा हैं.'
बता दें कि हिंडनबर्ग ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि, सेबी प्रमुख माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून, 2015 को सिंगापुर में आईपीई प्लस फंड-1 के साथ अपना खाता खोला. इसमें दोनों की इन्वेस्टमेंट 10 मिलियन डॉलर के करीब आंकी गई है. आरोप है कि ऑफशोर मॉरीशस फंड की स्थापना इंडिया इंफोलाइन के जरिए अडानी ग्रुप के एक डायरेक्टर ने की थी और यह मॉरीशस में रजिस्टर्ड है.
ये भी पढ़ें: '5 स्टार होटल में किसके साथ ठहरते हैं सीएम सुक्खू, बंद कमरों में क्या होती है डील'