ग्वालियर। ग्वालियर नगर निगम में नगर सरकार ने अपने कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया. बजट से पहले महापौर शोभा सिकरवार ने ई-रिक्शा की सवारी की. ई-रिक्शा से ही वह नगर निगम पहुंची. बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष व विपक्ष के बीच शेरो शायरी का दौर चला. इस बार नगर सरकार ने 2163 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है. कांग्रेस महापौर शोभा सिंह सिकरवार ने परिषद में बजट पेश किया.
बजट पर 27 फ़रवरी को परिषद में विस्तृत चर्चा
बजट के शुरुआत में बजरंगबली के जयकारे लगे. इस दौरान बजट सत्र में नगर निगम की माली हालत का मुद्दा भी फोकस में रहा. बजट में इस बार महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट, क्षेत्र के लिए सड़क और सीवरेज का भी प्रावधान इस बजट में किया गया है. साथ ही बजट में पार्षदों की निधि में भी इजाफा किया गया है. इस बार का कुल बजट 2163 करोड़ 95 लाख 16 हजार रुपए का है. बजट पर आगामी 27 फ़रवरी को परिषद में विस्तृत चर्चा होगी.
महिलाओं व बेटियों के लिए धन की कमी नहीं
बजट के बाद महापौर शोभा सिंह सिकरवार ने कहा कि आज का बजट जनता को ध्यान में रखकर बनाया गया है. हमने शहर में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट का प्रावधान किया है. इसके साथ ही बजट से हटकर यदि कोई काम महिलाओं या बेटियों के हित के लिए होगा तो उस पर भी भविष्य में काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से जो नगर निगम के लिए पैसा आना चाहिए था, वह अभी तक नहीं आया. इस वजह से अपने ख़र्चों में कटौती करने के लिये उन्होंने कुछ दिन पहले अपने सरकारी वाहन का त्याग कर दिया था. उनका मानना है कि निगम से जुड़े अन्य अधिकारी भी इस मुहिम में साथ आकर पाने सरकारी वाहनों का त्याग करें तो ये नगर निगम की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने कुछ हद तक सहयोग हो सकेगा.
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विपक्ष ने बजट को बताया लॉलीपॉप, वादों पर भरोसा नहीं
वहीं विपक्ष ने इस बजट पर सवाल खड़े किए हैं. नगर निगम परिषद के नेता प्रतिपक्ष हरपाल का कहना है कि महापौर ने इस बजट के रूप में जनता को एक लॉलीपॉप पकड़ाने की कोशिश की है. नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि महापौर जनता से किए पिछले बजट के अपने वादे पूरे नहीं कर सकी हैं. ऐसे में उनके दूसरे बजट पर फ़िलहाल भरोसा नहीं किया जा सकता है. वहीं, कांग्रेस पार्षदों ने बजट को जनता के हित में बताया है.