पटना: बिहार झारखंड के निजी क्षेत्र की कंपनियों में सबसे ज्यादा नौकरी देने वाली सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज लिमिटेड यानी एसआईएस ने अपने 40 वर्ष पूरे कर लिए हैं. इसके संस्थापक रविंद्र किशोर सिन्हा ने 40 साल पहले इसे 50 रुपये से शुरू किया था. शनिवार को कंपनी का 40वां वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता समूह के संस्थापक अध्यक्ष आरके सिन्हा ने की.
कंपनी में हैं लाखों कर्मचारी: वार्षिक आमसभा के मौके पर आरके सिन्हा ने बताया कि आज उनकी कंपनी भारत के शीर्ष पांच निजी क्षेत्र के नियुक्ताओं में स्थान रखती है. इस कंपनी में 284000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. सर ग्रुप में वित्तीय वर्ष 2024 में अपने इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है. कंपनी का राजस्व अब 12261 करोड़ और ईबीआईटीडीए 585 करोड़ रुपये हो गया है.
इन देशों में भी कंपनी की सेवाएं: आरके सिन्हा ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में कंपनी का कारोबार 8 परसेंट बढ़ा है. उनके संस्था से 22000 से अधिक ग्राहक संस्थान जुड़े हुए हैं. वहीं 62000 से अधिक स्थानों पर कंपनी 293 शाखाओं के माध्यम से अपनी सेवा दे रही है. उन्होंने बताया कि कंपनी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और न्यूजीलैंड में भी अपनी सेवाएं दे रही है.
"मैं किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता लेकर आगे नहीं बढ़ा हूं. बिहार के युवा भी आगे बढ़े, यही मैं चाहता हूं. जब मैंने शुरू किया था तब 230 रुपये महीने तन्खा होती थी. आज मैं 12 हजार करोड़ तन्खा बांट रहा हूं. जब मैं कर सकता हूं, बिहार के अन्य लोग भी कर सकते हैं." -रविंद्र किशोर सिन्हा, संस्थापक, एसआईएस
समाज के बुजुर्गों के लिए भी कर रही कार्य: आरके सिन्हा ने बताया कि इस साल कंपनी ने एसआईएस वेंचर्स के तहत इएनटाइटल्ड और ईमोहा में निवेश किया है. इएनटाइटल्ड एक टेक इनेबल्ड कंपनी है, जो निम्न वर्ग के लोगों को सस्ते दर पर ऋण देती है और इमोहा समाज के बुजुर्ग लोगों के देखभाल के लिए समर्पित है. कंपनी आगे भी सुरक्षा और सुविधा प्रबंधन में मजबूत और स्थिर विकास के लिए प्रयासरत है क्योंकि कंपनी के पास प्रभावी संसाधन और सकारात्मक महत्वाकांक्षा के साथ-साथ कुशल प्रबंधन भी है.
पत्रकार, राजनेता और सामाजिक उद्यमी: बता दें कि आज उनकी कंपनी बिहार झारखंड के निजी क्षेत्र की कंपनियों में सबसे ज्यादा नौकरी देने वाली कंपनी बनी है. वो खुद बतौर पत्रकार, राजनेता, सामाजिक उद्यमी और बिजनेसमैन के तौर पर जानें जाते हैं. उन्होनें अपनी कंपनी सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1974 में पटना के एक छोटे से गैरेज से की थी.