छिंदवाड़ा। सांप नाम सुनते ही डर लगता है की ये खतरनाक हो सकता है. सांप की कई प्रजातियां होती है. इन्हीं में से एक होता है उड़ने वाला सांप. जिसे लोग उड़न सांप या फ्लाइंग स्नेक भी कहते हैं. कैसा होता है उड़ने वाला सांप और कितना खतरनाक होता है. जानिए वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉक्टर अंकित मेश्राम से.
कैसे होते हैं उड़ने वाले सांप
हल्का सा काला पीला और काली धारी वाला सांप जमीन से कुछ ऊपर अपना आधा शरीर उठा दिखे, तो इसे उड़न सांप कहते हैं. यह सांप क्रिसोपिली जीनस के होते हैं. वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉक्टर अंकित मेश्राम ने बताया कि ये सांप धरती से कुछ ऊपर अपना आधा शरीर उठाने की क्षमता रखते हैं और काफी तेजी से चलते हैं. जो हमें देखने में लगता है कि यह उड़ रहा है, हालांकि अधिक ऊंचाई तक नहीं उड़ पाते हैं. उड़न सांप जंगल में रहने वाले छोटे मोटे कीट पतंगों को अपना भोजन बनाते हैं.
कितना खतरनाक होता है यह सांप
डॉ अंकित मेश्राम ने बताया कि यह सांप मनुष्य के लिए हानिकारक नहीं होता है, क्योंकि इसके जहर की क्षमता इतनी नहीं है कि इंंसान के जीवन को नुकसान पहुंचा सके, लेकिन लोग किसी भी सांप के काटने से जहर से कम घबराहट से ज्यादा परेशान हो जाते हैं. इस वजह से उनका ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है. जिसकी वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन कोई भी अगर सांप काटे तो सबसे पहले डॉक्टर के पास इलाज जरूर कराना चाहिए.
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मध्य भारत में भी पाया जाता है उड़ने वाला सांप
वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉक्टर अंकित मेश्राम ने बताया कि 'यह सांप भारत के मध्य भारत के अलावा छिंदवाड़ा के भी जंगलों में पाया जाता है, हालांकि कम संख्या में दिखाई देते है. करीब 2 साल पहले छिंदवाड़ा जिले के सतपुड़ा के जंगलों में भी उड़ने वाला सांप देखा गया था.