जोधपुर. प्रदेश के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति कलराज मिश्र ने कहा है कि संविधान ने हमें मूल अधिकार और मूल कर्तव्य दोनों दिए हैं, लेकिन अधिकारों की बात होती है, जबकि कर्तव्य को लेकर कोई बात नहीं करता है. हर भारतवासी को कर्तव्य भी जानना चाहिए. इसे ध्यान में रखते हुए ही मैंने प्रदेश के विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क बनाने शुरू किए, यह सिलसिला जारी है. उन्होंने कहा कि मैं जिस भी विश्वविद्यालय के समारोह में जाता हूं तो वहां संविधान की उद्देशिका लोगों को पढ़कर जरूर सुनाता हूं.
राज्यपाल शुक्रवार को जोधपुर के एमबीएम विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में शामिल होने जोधपुर आए थे. समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान की मूल प्रति में हमारी सभ्यता और संस्कृति का समावेश किया गया है. संविधान के प्रत्येक अध्याय से पहले उसकी भावना को स्बोधित करते हुए चित्र है. जहां कर्तव्य की बात आती है तो अध्याय से पहले मर्यादा पुरुषोत्तम राम का चित्र मूल प्रति में है, जो हमें कर्तव्य पालना के प्रति प्रेरित करता है. इससे पहले राज्यपाल ने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में बनाए गए संविधान पार्क का भी लोकार्पण किया. अपने गत दौरे में उन्होंने पार्क में व्याप्त खामियों के चलते लोकार्पण से इनकार कर दिया था. विश्वविद्यालय प्रबंधन को कहा था कि मैं अगली बार इसका लोकार्पण करूंगा, तब तक सारी खामियां दूर हो जानी चाहिए.
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बांटी डिग्रियां और मेडल: राज्यपाल ने जोधपुर के एमबीएम विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 2022 और 2023 के विभिन्न कोर्स में अव्वल रहने वाले 19 स्टूडेंट को गोल्ड मेडल दिए. इसमें 13 बैचलर आफ इंजीनियरिंग, 4 मास्टर आफ इंजीनियरिंग और दो एमसीए के विद्यार्थी भी शामिल हैं. उन्होंने दीक्षांत समारोह में 652 स्टूडेंट को बीई की डिग्रियां, 28 स्टूडेंट को बी आर्क, 52 स्टूडेंट को एमसीए, 115 स्टूडेंट को एमई की डिग्रियां दी. इसके अलावा 11 स्टूडेंट्स को पीएचडी की उपाधि दी गई. कुल 858 छात्र छात्रों को उपाधियों का वितरण किया गया.