जयपुर/उदयपुर. जिले की प्रताप नगर व सवीना थाना पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई कर जाली नोट के गोरख धंधे का खुलासा किया है. पुलिस ने 36 लाख 70 हजार रुपए के 500-500 के जाली नोट एवं नोट बनाने के उपकरण फोटोकॉपी मशीन, प्रिंटर, कटर इत्यादि बरामद कर मुख्य अभियुक्त सहित सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों ने किराए के मकान में जाली नोट छापने के उपकरण लगा रखे थे, जहां से पुलिस ने 26.50 हजार रुपये के जाली नोट जब्त किए. मुख्य अभियुक्त राहुल लोहार ने मध्य प्रदेश निवासी अपने परिचित तीन युवकों को 10.20 लाख के जाली नोट बाजार में चलाने के लिए दिए थे. तीनों युवकों को भी गिरफ्तार कर उनसे उक्त रकम बरामद कर ली गई है.
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि गुरुवार को थाना प्रताप नगर के कांस्टेबल बनवारी लाल व शंकर लाल को सूचना मिली कि पेसिफिक यूनिवर्सिटी देबारी के पास वैशाली नगर में प्रकाश लखारा निवासी कानोड के मकान में फर्जी नोट बनाने की गतिविधि संचालित की जा रही है. इस सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा व सीओ छगन पुरोहित के सुपरविजन एवं एसएचओ भरत योगी के नेतृत्व में पुलिस की टीम प्रकाश लखारा के मकान पर पहुंची. मकान के अंदर मुख्य अभियुक्त राहुल लोहार पुत्र राजमल (23) निवासी सरवानिया थाना कानोड़, रौनक रातलिया पुत्र भगवती लाल (26) निवासी नया बाजार कानोड़ उदयपुर एवं अजय भारती पुत्र बाबू (18) निवासी संगेसरा थाना मंगलवाड जिला चित्तौड़गढ़ जाली नोट व उपकरण सहित मिले. मौके से पुलिस ने 26.50 लाख के जाली नोट व उपकरण जब्त कर लिए.
पढ़ें: जोधपुर का गांजा किंग आया NCB की पकड़ में, खुलेंगे कई राज - Ganja smuggler arrested
मुख्य अभियुक्त राहुल लोहार ने पुलिस को बताया कि उसने मध्य प्रदेश व भीलवाड़ा निवासी अपने परिचितों को 10 लाख 20 हजार के जाली नोट खपाने के लिए दिए हैं. इस सूचना पर अनुसंधान अधिकारी थाना अधिकारी सवीना अजय सिंह राव द्वारा आरोपी लखन उर्फ कालू मालवीय पुत्र छगनलाल (21), समीर मंसूरी पुत्र सलीम (26) व शहजाद शाह पुत्र अकबर शाह (30) निवासी पिपलोदा जिला रतलाम मध्य प्रदेश एवं बबलू उर्फ समीर जाट पुत्र गणेश (26) निवासी सुभाष नगर भीलवाड़ा को गिरफ्तार कर इनके पास से पांच-पांच सौ के 10 लाख 20 हजार के जाली नोट जब्त किये. मुख्य अभियुक्त राहुल लोहार ने पूछताछ में बताया कि उसने घर वालों को मर्चेंट नेवी में नौकरी करने की झूठी बात कह रखी है. अपनी महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए उसने आर्थिक अपराध करने वाले लोगों से मिलना जुड़ना शुरू किया, तभी उसकी पहचान भीलवाड़ा निवासी गणेश लाल चौधरी से हुई. गणेश लाल से मिलकर उसने नकली नोट बनाने का प्लान किया. गणेश के मार्फत नकली नोट बनाने के उपकरण प्रिंटिंग मशीन, रंगीन प्रिंटर, बैंक नोट पेपर की शीट, नोट काटने का कटर मंगवा अपने दोस्त रौनक जैन के किराए के मकान में इन उपकरणों का सेटअप कर दिया.
प्रारंभिक पूछताछ में 36.70 लाख रुपए के जाली नोट गणेश लाल के मार्फत लाना एवं बाजार में चलाने का प्लान राहुल ने बना रखा था. इसलिए उसने अपनी इस योजना में रौनक जैन, अजय भारती, बबलू उर्फ समीर जाट, शहजाद, समीर मंसूरी व लखन उर्फ कालू को भी शामिल कर लिया. प्रायोगिक रूप से नोटों को बाजार में चलाकर भारी मात्रा में नए नकली नोट देबारी स्थित किराए के मकान में बनाने की योजना थी, इसलिए उसने इन उपकरणों का सेटअप कर रखा था.
डॉक्टर को किडनैप कर फिरौती का भी बनाया था प्लान : पूछताछ में राहुल लोहार ने यह भी बताया कि शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने के लिए कानोड़ के नामी डॉक्टर का भी किडनैप कर फिरौती लेने की फिराक में थे. इसके लिए उसने अपने दोस्तों के साथ किडनैपिंग की योजना भी बनाई थी. लेकिन वह योजना सफल नहीं हो सकी.
जब्त किए गए जाली नोट व उपकरण : पुलिस ने कुल 36.70 लाख रुपए के 500-500 के जाली नोट, एक फोटोकॉपी व प्रिंटिंग मशीन, एक कलर प्रिंटर, कीबोर्ड व माउस, नोटों के बंडल बनाने का प्लास्टिक का रोल, प्रिंटर में डालने की स्याही के पैकेट, लाइट कनेक्शन स्विच बोर्ड, डाटा केबल, नोट के बंडल बनाने के लिए रबड़ से भरे प्लास्टिक के डिब्बे, नोट काटने के लोहे की हेड कटर मशीन व बैंक नोट पेपर हुलिए के कागजों के कार्टन जब्त किए हैं.