जयपुर: महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों की समीक्षा के लिए मंत्रीमंडलीय कमेटी गठित करने के बाद सियासी बवाल शुरू हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व शिक्षा मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर इन स्कूलों को बंद करने का आरोप लगाया, तो पलटवार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ उतर आए. दिलावर ने तो डोटासरा पर तीखा पलटवार करते हुए यहां तक कह दिया कि उनकी चोरी की कमाई बंद हो गई. इससे उनके घर में क्लेश हो रहा है, इसलिए वह इस तरह के बयान दे रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि इंग्लिश मीडियम स्कूल तो ऐसे खोले, जैसे रात को भाव जागृत हुआ और सुबह स्कूलों का ऐलान कर दिया. यह निर्णय बिना किसी होमवर्क के लिए गए थे.
चोरी की कमाई बंद हो गई: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस की अपने राजनीतिक फायदे के लिए गलत और भ्रामक बयान देने की पुरानी आदत है. प्रदेश के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली कांग्रेस ने अपनी सरकार के दौरान अंग्रेजी शिक्षा के नाम पर सिर्फ बोर्ड लगाने का काम किया और छात्रों व अभिभावकों के साथ छलावा किया. कांग्रेस सरकार ने इन स्कूलों के लिए ना तो अंग्रेजी शिक्षकों की भर्ती की और ना ही इसके लिए बजट दिया. सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदलकर कांग्रेस ने इन स्कूलों को बंद करने का षडयंत्र किया. दिलावर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा इस तरह के बयान दे रहे हैं, क्योंकि उनकी बेईमानी की कमाई बंद हो गई. घर में जब चोरी की कमाई जाना बंद हुई तो उनके गृह क्लेश हो गया. भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखने वाली कांग्रेस ने ट्रांसफर उद्योग एवं पेपर चोरी से शिक्षा के मंदिर को नाथी का बाड़ा बना दिया. हमारी सरकार मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व में शिक्षा के बुनियादी स्तर में सुधार लाने के लिए तत्पर होकर कार्य कर रही है. साथ ही हमारी प्राथमिकता प्रदेश के बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा देना है.
स्कूलों को मजबूती देने का काम करेगी कमेटी: उन्होंने कहा कि मंत्रीमंडलीय कमेटी स्कूलों को मजबूत बनाने पर काम करेगी. दिलावर ने कहा कि हम पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस और गहलोत पहले यह बताएं कि उन्होंने अपने कार्यकाल में शिक्षा के लिए क्या किया. अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की भर्ती क्यों नहीं की? अंग्रेजी स्कूलों के लिए संसाधन क्यों नहीं दिए. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समय 2013 से 2018 के बीच राजस्थान देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में दूसरे स्थान पर था, लेकिन कांग्रेस के भ्रष्टाचार और कुशासन ने इसे गर्त में धकेलने का काम किया. आरोप लगाया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के शिक्षा मंत्री केवल अपने बच्चों एवं चहेतों को फर्जी तरीके से नौकरियां दिलाने में व्यस्त रहे.
बच्चों का जीवन बर्बाद कर दिया: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कई ऐसे अप्रासंगिक फैसले किए हैं, जो व्यवस्थित नहीं है. आनन फानन में वाहवाही लेने के चक्कर में स्कूल खोल दिए, न तो इन्फ्रास्ट्रक्चर दिए और न ही शिक्षकों की नियुक्ति की. इन स्कूलों के चक्कर में कई जगह हिंदी मीडियम स्कूल बंद कर दिए. बिना होमवर्क के इस तरह के निर्णय बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं.
टाइम बाउंड कलेंडर जारी: राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के समय न परीक्षा का पता होता था, न नियुक्तियों का. हमारी सरकार ने टाइम बाउंड नौकरियों का कलेंडर जारी किया. हमारी सरकार नौकरियां देने का काम कर रही है. जिले रद्द होने पर राइजिंग राजस्थान के निवेशकों के पीछे हटने के सवाल पर प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि एक-एक निवेशक के साथ सक्षम अधिकारी लगा दिया है. वह निवेशक को उसकी जरूरत पूरी करने में मदद करेगा. निवेशक का जिले से कोई लेना देना नहीं है. उसे भूमि जरूरत है तो उन्हें मिल जाएगी.