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गंगापुर सिटी के जिले का दर्जा खत्म करने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका पेश - CANCELLED OF DISTRICT STATUS

राजस्थान हाईकोर्ट में गंगापुर सिटी को जिले का दर्जा खत्म करने के खिलाफ जनहित याचिका दायर हुई है.

PUBLIC INTEREST LITIGATION,  DISTRICT STATUS GANGAPUR CITY
राजस्थान हाईकोर्ट. (ETV Bharat jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 6, 2025, 8:25 PM IST

जयपुरः पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से बनाए जिले गंगापुर सिटी के जिले का दर्जा रद्द करने के खिलाफ हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. जिस पर हाईकोर्ट की खंडपीठ आगामी दिनों में सुनवाई करेगी. कांग्रेस के नेता रामकेश मीणा व अन्य की ओर से दायर इस जनहित याचिका में मुख्य सचिव सहित अन्य को पक्षकार बनाया गया है.

याचिका में कहा गया है कि गंगापुर सिटी को जिले का दर्जा निर्धारित मापदंड के तहत दिया गया था. प्रदेश में सरकार बदलने के बाद जिलों को लेकर राजनीति शुरू हुई और अब राजनीतिक द्वेषता के चलते ही कुछ जिलों का दर्जा समाप्त कर दिया गया है. गंगापुर सिटी से जिला का दर्जा समाप्त करने के पीछे भी सरकार की राजनीतिक द्वेषता ही है. याचिका में कहा गया कि सरकार ने करीब डेढ़ साल पहले गंगापुर सिटी को जिला बनाया था और उसके बाद यहां कई प्रशासनिक नियुक्तियां हो चुकी हैं.

पढ़ेंः भजनलाल कैबिनेट का बड़ा फैसला, गहलोत राज में बने 9 नए जिले और 3 संभाग निरस्त, अब 41 जिले रहेंगे

वहीं, विभाग भी बतौर जिला स्तर पर काम कर रहे हैं. कमेटी ने लोगों से आपत्तियां मांगने के बाद इसे जिला घोषित किया था. ऐसे में अब महज राजनीतिक द्वेषता के चलते इसे जिला निरस्त करना गलत है. गौरतलब है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अगस्त, 2023 में 3 नए संभाग और 19 जिलों का गठन किया था. वहीं, गत माह सरकार ने तीनों संभागों के साथ ही 9 जिलों को निरस्त करते हुए 8 जिलों को यथावत रखा था. वहीं, राज्य सरकार ने भी मामले में हाईकोर्ट में कैविएट दायर कर रखी है.

जयपुरः पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से बनाए जिले गंगापुर सिटी के जिले का दर्जा रद्द करने के खिलाफ हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. जिस पर हाईकोर्ट की खंडपीठ आगामी दिनों में सुनवाई करेगी. कांग्रेस के नेता रामकेश मीणा व अन्य की ओर से दायर इस जनहित याचिका में मुख्य सचिव सहित अन्य को पक्षकार बनाया गया है.

याचिका में कहा गया है कि गंगापुर सिटी को जिले का दर्जा निर्धारित मापदंड के तहत दिया गया था. प्रदेश में सरकार बदलने के बाद जिलों को लेकर राजनीति शुरू हुई और अब राजनीतिक द्वेषता के चलते ही कुछ जिलों का दर्जा समाप्त कर दिया गया है. गंगापुर सिटी से जिला का दर्जा समाप्त करने के पीछे भी सरकार की राजनीतिक द्वेषता ही है. याचिका में कहा गया कि सरकार ने करीब डेढ़ साल पहले गंगापुर सिटी को जिला बनाया था और उसके बाद यहां कई प्रशासनिक नियुक्तियां हो चुकी हैं.

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वहीं, विभाग भी बतौर जिला स्तर पर काम कर रहे हैं. कमेटी ने लोगों से आपत्तियां मांगने के बाद इसे जिला घोषित किया था. ऐसे में अब महज राजनीतिक द्वेषता के चलते इसे जिला निरस्त करना गलत है. गौरतलब है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अगस्त, 2023 में 3 नए संभाग और 19 जिलों का गठन किया था. वहीं, गत माह सरकार ने तीनों संभागों के साथ ही 9 जिलों को निरस्त करते हुए 8 जिलों को यथावत रखा था. वहीं, राज्य सरकार ने भी मामले में हाईकोर्ट में कैविएट दायर कर रखी है.

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