अनूपगढ़: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने 28 दिसंबर को गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए 9 नए जिलों को निरस्त कर दिया, जिनमें अनूपगढ़ जिला भी शामिल है. इस निर्णय से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है. अनूपगढ़ को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन हो रहे हैं.
स्थानीय भाजपा नेताओं पर लगाए आरोप : सोमवार को स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष साहिल कामरा, पार्षद राजू चलाना, भूपेंद्र सिंह और रमनदीप सिंह सहित अन्य नेताओं ने सरकार के प्रति नाराजगी जताई. विरोध प्रदर्शन में पार्षद पद से इस्तीफा दे चुके रमनदीप सिंह ने कहा कि अनूपगढ़ जिला बनने के सभी मापदंड पूरे थे, फिर भी इसे निरस्त कर जनता के साथ अन्याय किया गया. राजू चलाना ने भाजपा नेताओं पर जिले की पैरवी नहीं करने का आरोप लगाया.
मुख्य बाजार में नारेबाजी कर किया प्रदर्शन : सोमवार शाम मुख्य बाजार में एक जनरल स्टोर के सामने लोग जुटे और विरोध जताया. युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष साहिल कामरा ने इसे "राजनैतिक द्वेषभावना" का परिणाम बताया. उन्होंने कहा कि अनूपगढ़ को जिला बनाने के लिए यहां की जनता ने कई सालों का संघर्ष किया था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राजनीतिक दुर्भावना के कारण इसे निरस्त कर दिया.