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Ola, Uber ने दिया धोखा, तो खुद को Porter करवाकर ऑफिस पहुंचा इंसान, लोगों ने कहा- 'Zepto को मत देना आइडिया' - BENGALURU MAN SELF PORTER TO WORK

बेंगलुरू के एक इंसान ने ओला और ऊबर राइड बुक ना होने पर ऑफिस पहुंचने के लिए पोर्टर का इस्तेमाल किया.

BENGALURU MAN SELF PORTERS TO WORK
बेंगलुरू में खुद को ऑफिस तक पोर्टर करवाता इंसान (फोटो - x/@pathikghugare)
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By ETV Bharat Tech Team

Published : Feb 8, 2025, 1:56 PM IST

हैदराबाद: क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आपको अपने ऑफिस या किसी और जगह पर जाने की जल्दी हो, लेकिन ओला या ऊबर जैसे ऐप से किसी भी तरह की राइड बुक ना हो पा रही हो? ऐसा अक्सर ज्यादातर लोगों के साथ होता है. ऐसे में आप क्या करते हैं? अगर आप सोच रहे हैं तो आइए हम आपको बेंगलुरु में रहने वाले एक इंसान का शानदार आइडिया बताते हैं, जिसका अविष्कार उन्होंने ऑफिस जाने के लिए ओला या ऊबर राइड बुक ना होने पर किया.

दरअसल, बेंगलुरू में लगभग हर रोज़ काफी ज्यादा ट्रैफिक रहता है. इस कारण वहां पर रहने वाले लोगों को खासतौर पर सुबह के वक्त किसी भी तरह की राइड बुक करने में काफी दिक्कत होती है. ओला, ऊपर और रैपिडो जैसे ऐप्स पर कई मिनट या घंटों तक इंतजार करने के बाद भी राइड बुक नहीं हो पाती. ऐसा ही बेंगलुरू में रहने वाले पथिक के साथ भी हुआ.

ओला-ऊबर से परेशान इंसान ने निकाला नया आइडिया

6 फरवरी, 2025 की सुबह, उन्होंने अपने घर से ऑफिस जाने के लिए ओला और ऊबर से बाइक राइड बुक करने की काफी कोशिश की, लेकिन उनकी राइड बुक नहीं हो पाई. उसके बाद उन्होंने इस समस्या का एक अनोखा समाधान निकाला, जिसे जानने के बाद शायद आप हंसने पर मजबूर हो जाएंगे. पथिक ने ऑफिस जाने के लिए पोर्टर (Porter) की सर्विस बुक की.

बता दें कि पोर्टर सामान को एक जगह से दूसरे जगह पर पहुंचाने का काम करता है. पोर्टर कंपनी बड़े-बड़े वाहनों से भारी-भरकम सामान ट्रांसपोर्ट करने के साथ-साथ छोटे-छोटे सामानों को इंस्टेंट ट्रांसपोर्ट करने के लिए बाइक या स्कूटी जैसे वाहनों का भी इस्तेमाल करती है. पथिक ने अपने लिए पोर्टर की बाइक सर्विस बुक की और उसके जरिए खुद को ऑफिस तक पहुंचाया. आपको बता दें कि पोर्टर का हिंदी अर्थ बोझ ढोनेवाला होता है.

पथिक ने बाइक के पीछे बैठकर अपने फोन से पोर्टर बाइक चलाने वाले राइडर की फोटो ली, जिसमें वो एक हेलमेट पहना दिख रहा है और उसमें PORTER लिखा हुआ है. पथिक ने इस फोटो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पुराना नाम ट्विटर) पर शेयर किया और कैप्शन में लिखा कि, "आज मुझे खुद को ऑफिस तक पोर्टर करना पड़ा, क्योंकि ओला और ऊबर कुछ भी बुक नहीं हो पा रही थी."

पोर्टर कंपनी ने किया रिप्लाई

इस ख़बर को लिखे जाने तक पथिक के इस सोशल मीडिया पोस्ट को 1.39 लाख लोग देख चुके हैं और पोर्टर समेत काफी लोग रिप्लाई भी कर चुके हैं. यहां तक कि खुद पोर्टर कंपनी ने खुद अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट के जरिए भी रिप्लाई किया और लिखा कि, "क्या बात है, एकदम बैंगलोर वाला दिमाग लागा. जब ओला-ऊबर ने धोखा दे दिया तो आपने अपने अंदर के सुपरहीरो को जगा दिया और खुद की ऑफिस तक पोर्टर करा दिया. नम्मा बेंगलुरू, आपकी इस क्रिएटिविटी और जुगाड़ वाले दिमाग को सलाम है! ऐसी ही स्मार्ट तरीके से प्रॉब्लम्स को सोल्व करते रहिए और अपने मजेदार एक्सपीरियंस हमसे शेयर करते रहिए."

पोर्टर के इस रिप्लाई पर एक यूज़र ने उन्हें इस नई सर्विस को शुरू करने की सलाह भी दे दी ताकि ओला, ऊबर और रेपिडो को टक्कर देने वाला एक नया राइड बुकिंग प्लेटफॉर्म मार्केट में आ सके.

लोगों ने कहा - ज़ेप्टो को मत देना आइडिया

बहरहाल, पथिक के इस शानदार देसी और मॉर्डन जुगाड़ की तारीफ, सोशल मीडिया के लगभग सभी यूज़र्स कर रहे हैं. उनके इस पोस्ट पर लोगों ने कई मजेदार कमेंट्स किए हैं.

एक यूज़र ने उन्हें जीनियस कहा.

वहीं, एक यूज़र्स ने लिखा कि मॉर्डन प्रॉब्लम्स के लिए मॉर्डन सॉल्यूशन्स की जरूरत है.

एक अन्य यूज़र ने लिखा कि बेंगलुरू में काम पर जाने के लिए यह एक शानदार और इनोवेटिव आइडिया है.

वहीं, एक यूज़र ने इस मामले में ज़ेप्टो (Zepto) की भी चुटकी ले ली. उन्होंने लिखा, भाई, यह आइडिया ज़ेप्टो को मत दे देना.

आपको बता दें कि ज़ेप्टो क्वीक कॉर्मस सर्विस कंपनी है, जो 10 मिनट में सामान पहुंचाने का काम करती है. हाल ही में एक ख़बर सामने आई थी, जिससे पता चला कि स्कोडा ने अपनी कार को मिनटों में ग्राहकों के घर तक पहुंचाने के लिए ज़ेप्टो के साथ पार्टरनरशिप की है. आजकल क्वीक सर्विस का क्रेज काफी ज्यादा चल रहा है. लिहाजा, भविष्य में ऐसा भी हो सकता है कि ज़ेप्टो और ब्लिंकइट (Blinkit) जैसी कंपनियां 10-15 मिनट में लोगों को भी एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने की सर्विस शुरू कर दे.

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दरअसल, बेंगलुरू में लगभग हर रोज़ काफी ज्यादा ट्रैफिक रहता है. इस कारण वहां पर रहने वाले लोगों को खासतौर पर सुबह के वक्त किसी भी तरह की राइड बुक करने में काफी दिक्कत होती है. ओला, ऊपर और रैपिडो जैसे ऐप्स पर कई मिनट या घंटों तक इंतजार करने के बाद भी राइड बुक नहीं हो पाती. ऐसा ही बेंगलुरू में रहने वाले पथिक के साथ भी हुआ.

ओला-ऊबर से परेशान इंसान ने निकाला नया आइडिया

6 फरवरी, 2025 की सुबह, उन्होंने अपने घर से ऑफिस जाने के लिए ओला और ऊबर से बाइक राइड बुक करने की काफी कोशिश की, लेकिन उनकी राइड बुक नहीं हो पाई. उसके बाद उन्होंने इस समस्या का एक अनोखा समाधान निकाला, जिसे जानने के बाद शायद आप हंसने पर मजबूर हो जाएंगे. पथिक ने ऑफिस जाने के लिए पोर्टर (Porter) की सर्विस बुक की.

बता दें कि पोर्टर सामान को एक जगह से दूसरे जगह पर पहुंचाने का काम करता है. पोर्टर कंपनी बड़े-बड़े वाहनों से भारी-भरकम सामान ट्रांसपोर्ट करने के साथ-साथ छोटे-छोटे सामानों को इंस्टेंट ट्रांसपोर्ट करने के लिए बाइक या स्कूटी जैसे वाहनों का भी इस्तेमाल करती है. पथिक ने अपने लिए पोर्टर की बाइक सर्विस बुक की और उसके जरिए खुद को ऑफिस तक पहुंचाया. आपको बता दें कि पोर्टर का हिंदी अर्थ बोझ ढोनेवाला होता है.

पथिक ने बाइक के पीछे बैठकर अपने फोन से पोर्टर बाइक चलाने वाले राइडर की फोटो ली, जिसमें वो एक हेलमेट पहना दिख रहा है और उसमें PORTER लिखा हुआ है. पथिक ने इस फोटो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पुराना नाम ट्विटर) पर शेयर किया और कैप्शन में लिखा कि, "आज मुझे खुद को ऑफिस तक पोर्टर करना पड़ा, क्योंकि ओला और ऊबर कुछ भी बुक नहीं हो पा रही थी."

पोर्टर कंपनी ने किया रिप्लाई

इस ख़बर को लिखे जाने तक पथिक के इस सोशल मीडिया पोस्ट को 1.39 लाख लोग देख चुके हैं और पोर्टर समेत काफी लोग रिप्लाई भी कर चुके हैं. यहां तक कि खुद पोर्टर कंपनी ने खुद अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट के जरिए भी रिप्लाई किया और लिखा कि, "क्या बात है, एकदम बैंगलोर वाला दिमाग लागा. जब ओला-ऊबर ने धोखा दे दिया तो आपने अपने अंदर के सुपरहीरो को जगा दिया और खुद की ऑफिस तक पोर्टर करा दिया. नम्मा बेंगलुरू, आपकी इस क्रिएटिविटी और जुगाड़ वाले दिमाग को सलाम है! ऐसी ही स्मार्ट तरीके से प्रॉब्लम्स को सोल्व करते रहिए और अपने मजेदार एक्सपीरियंस हमसे शेयर करते रहिए."

पोर्टर के इस रिप्लाई पर एक यूज़र ने उन्हें इस नई सर्विस को शुरू करने की सलाह भी दे दी ताकि ओला, ऊबर और रेपिडो को टक्कर देने वाला एक नया राइड बुकिंग प्लेटफॉर्म मार्केट में आ सके.

लोगों ने कहा - ज़ेप्टो को मत देना आइडिया

बहरहाल, पथिक के इस शानदार देसी और मॉर्डन जुगाड़ की तारीफ, सोशल मीडिया के लगभग सभी यूज़र्स कर रहे हैं. उनके इस पोस्ट पर लोगों ने कई मजेदार कमेंट्स किए हैं.

एक यूज़र ने उन्हें जीनियस कहा.

वहीं, एक यूज़र्स ने लिखा कि मॉर्डन प्रॉब्लम्स के लिए मॉर्डन सॉल्यूशन्स की जरूरत है.

एक अन्य यूज़र ने लिखा कि बेंगलुरू में काम पर जाने के लिए यह एक शानदार और इनोवेटिव आइडिया है.

वहीं, एक यूज़र ने इस मामले में ज़ेप्टो (Zepto) की भी चुटकी ले ली. उन्होंने लिखा, भाई, यह आइडिया ज़ेप्टो को मत दे देना.

आपको बता दें कि ज़ेप्टो क्वीक कॉर्मस सर्विस कंपनी है, जो 10 मिनट में सामान पहुंचाने का काम करती है. हाल ही में एक ख़बर सामने आई थी, जिससे पता चला कि स्कोडा ने अपनी कार को मिनटों में ग्राहकों के घर तक पहुंचाने के लिए ज़ेप्टो के साथ पार्टरनरशिप की है. आजकल क्वीक सर्विस का क्रेज काफी ज्यादा चल रहा है. लिहाजा, भविष्य में ऐसा भी हो सकता है कि ज़ेप्टो और ब्लिंकइट (Blinkit) जैसी कंपनियां 10-15 मिनट में लोगों को भी एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने की सर्विस शुरू कर दे.

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