चमोली: चारधामों में से बदरीनाथ धाम में भविष्य की जरूरतों के हिसाब से मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित नई पेयजल परियोजना को लेकर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने समीक्षा बैठक की. इसी बीच डीएम ने जल संस्थान को निर्देशित किया कि नई पेयजल योजना के निर्माण हेतु पहले चरण की डीपीआर शीघ्र तैयार करें. बता दें कि बदरीनाथ धाम को स्मार्ट आध्यात्मिक हिल टाउन बनाने के लिए मास्टर प्लान के तहत काम चल रहा है.
बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की बढ़ रही संख्या: बदरीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या साल दर साल बढ़ रही है. बदरीनाथ धाम में आगामी 30 वर्षों की पेयजल आपूर्ति का आकलन करते हुए जल संस्थान के माध्यम से नई पेयजल परियोजना का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जिलाधिकारी ने प्रस्तावित पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बदरीनाथ धाम में भविष्य में बनने वाले नए होटल, भवन और floating population का भी पूरा आकलन करते हुए प्रस्ताव शामिल किया जाए.
आईएनआई डिजाइन कंपनी से समन्वय करें अधिकारी: जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने आईएनआई डिजाइन कंपनी से समन्वय करते हुए बदरीनाथ मास्टर प्लान के साथ नई पेयजल योजना को इंटीग्रेट करने और सुनियोजित तरीके से पेयजल योजना के निर्माण हेतु पहले चरण की डीपीआर शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए. इसके अलावा डीएम ने कहा कि सीवरेज सिस्टम के लिए जल निगम के साथ संयुक्त निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध करें.
बदरीनाथ धाम को 6 जोन में बांटा गया: वहीं, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि बदरीनाथ धाम में नई पेयजल परियोजना निर्माण हेतु स्थानीय लोगों, मंदिर समिति, आर्मी, आईटीबीपी और विभागों सहित सभी स्टेकहोल्डर के सुझाव लिए गए हैं. विस्तृत सर्वेक्षण करने के बाद नई पेयजल योजना के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नई पेयजल योजना के निर्माण हेतु बदरीनाथ धाम को छः जोन में विभाजित किया गया है. नई पेयजल योजना में आधुनिक उपकरण, तकनीकी और पीपीआर पाइप का उपयोग किया जाएगा.
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