नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल गुरु तेग बहादुर के बाहर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और एमसीडी ने जॉइंट एंक्रोचमेंट रिमूवल ड्राइव चलाया. अस्पताल बाउंड्री और उसके सामने रोड पर दोनों तरफ लगने वाली अवैध रेहड़ी पटरी को भी हटाने का काम किया गया. गेट के सामने गलत तरीके से पार्क किए गए ई रिक्शा और दूसरे वाहनों के खिलाफ चालान भी किए गए हैं.
शाहदरा जिला डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, अस्पताल के गेट और उसके बाहर गलत तरीके से पार्क होने वाले वाहनों की वजह से होने वाली भीड़ और जाम की समस्या के समाधान करने के लिए जॉइंट एंक्रोचमेंट रिमूल प्रोग्राम चलाया गया. इस समस्या की वजह से इमरजेंसी वाहनों का आना जाना मुश्किल हो जाता है.
30 अगस्त को एडिशनल डीसीपी-1/शाहदरा राजीव कुमार ने ज़ीटीबी अस्पताल अथॉरिटी के साथ मिलकर सिक्योरिटी ऑडिट किया जिसमें एसीपी सीमापुरी, एसएचओ जीटीबी अस्पताल, लोक निर्माण विभाग, ट्रैफिक पुलिस और फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान देखा गया कि बड़ी संख्या में प्राइवेट एंबुलेंस, ई रिक्शा अवैध तरीके से गेट नंबर 2, गेट नंबर 3, गेट नंबर 7 के बाहर पार्क किए जाते हैं. वहीं, यह भी पता चला कि बड़ी संख्या में अस्पताल के गेट नंबर 3, गेट नंबर 7, गेट नंबर 8 और गेट नंबर 10 के बाहर अवैध हॉकर्स का जमावड़ा लगता है.
इसके बाद आज सोमवार को जॉइंट ड्राइव चलाया गया. एडिशनल डीसीपी-1/शाहदरा के निरीक्षण में जॉइंट ड्राइव चलाया गया जिसमें ट्रैफिक पुलिस और हॉस्पिटल अथॉरिटीज शामिल हुईं. इसमें एमआईसी सिक्योरिटी जीटीबी अस्पताल के डॉक्टर लक्ष्य भी इसमें शामिल हुए.
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