पटना: वंदे भारत ट्रेन के रखरखाव के लिए पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन 200 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है. इन रुपयों से पाटलिपुत्र जंक्शन के पास कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा. इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया है कि कोचिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी.
630 मीटर वाशिंग पिट लाइन: उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 630 मीटर लंबे वाशिंग पिट लाइन के साथ निरीक्षण एवं रखरखाव के लिए शेड युक्त लाइन का निर्माण किया जाएगा. सभी लाइन ओवरहेड वायर से युक्त होंगे. इसके साथ ही तीन अलग-अलग स्टेबलिंग लाइन का भी निर्माण किया जाएगा. इस कोचिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण होने के बाद हेवी रिपेयरिंग शेड एव बोगी रिपेयरिंग शेड की अलग-अलग व्यवस्था दी जाएगी.
नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण: साथ ही उन्होंने बताया कि जब यह कोचिंग कॉम्प्लेक्स पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगी तो यहां एक बार में 24 कोच वाली 10 वंदे भारत ट्रेन के मेंटेनेंस का काम किया जाएगा. सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने यह भी बताया कि इस नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स को आधुनिकता के साथ बनाया जा रहा है. पहले से जो पुरानी लाइन है उसकी ऊंचाई कम है, जिसके कारण ट्रेन के रखरखाव में समय लगता है. रेल कर्मियों को परेशानी भी होती है.
"कोचिंग कॉम्प्लेक्स के बनने से प्रत्येक कोच के निचले हिस्से तक नजर पहुंचेगी और कोच में या पहियों में किसी प्रकार की कमियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा. यह कोचिंग कॉम्प्लेक्स आधुनिक तकनीक से लैस होगा. साथ ही इसके निर्माण के बाद से कोच के निचले हिस्से तक पीट लाइनों के अंदर सामान ले जाने में सहूलियत होगी." - सरस्वती चंद्र, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल
राजेंद्र नगर कोचिंग परिसर को किया अपग्रेड: वर्तमान में 20 करोड़ की लागत से वंदे भारत के रखरखाव के लिए राजेंद्र नगर कोचिंग परिसर को अपग्रेड किया गया है. इसके तहत प्लेटफार्म 1 और 5 का उच्चीकरण किया गया है. एक एवं पांच के ऊपर ओएचई वायर को वंदे भारत रेट के अनुकूल बदलाव किया गया है. इसके लिए लोको पायलट को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. भंडारण के लिए अलग से स्टोर रूम भी निर्माण कराया गया है.
पाटलिपुत्र जंक्शन के पास बनेगा कॉम्प्लेक्स: बता दें कि पूर्व मध्य रेल द्वारा वर्तमान में पटना हावड़ा, पटना रांची, पटना गोमतीनगर एवं न्यू जलपाईगुड़ी पटना सहित चार वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. पाटलिपुत्र जंक्शन के पास में जब कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो जाएगा तो वंदे भारत ट्रेन का रखरखाव मेंटेनेंस का काम वहीं पर किया जाएगा.