जयपुर. पूर्वी राजस्थान की लाइफ लाइन कही जाने वाली ERCP योजना को लेकर दिल्ली में रविवार को एमओयू साइन हो गया. भाजपा सरकार बनने के साथ ही इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को जैसे ही गति मिली, राजस्थान में सियासी पारा गर्म हो गया. कांग्रेस ने इस एमओयू पर सवाल उठाते हुए कहा कि आधी-अधूरी योजना के साथ चुनाव लाभ लेने की कोशिश हो रही है. वहीं, विपक्ष के आरोपों को लेकर सत्ता पक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार बनने के साथ ऐतिहासिक काम हुआ है.
चुनावी लाभ की कोशिश : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भाजपा ईआरसीपी को पॉलिटिकल मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है. यह योजना पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार की थी, लेकिन अशोक गहलोत सरकार ने इस योजना को आगे बढ़ाया. ईआरसीपी को एक जिले के लिए नहीं है, बल्कि 13 जिलों की लाइफ लाइन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अजमेर और जयपुर के अपने भाषण में ईआरसीपी की घोषणा करके गए. 25 सांसद राजस्थान की जनता ने जीताकर भेजे, लेकिन 5 साल तक इस योजना को अटका कर रखा गया.
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जूली ने कहा कि धन्यवाद देना चाहूंगा कांग्रेस सरकार को, जिसने इस योजना को हाथ में लिया. गहलोत ने कहा था कि भारत सरकार इस प्रोजेक्ट में मदद नहीं करती है. राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करती है, तब भी राजस्थान सरकार इसको आगे बढ़ाएगी. काम को पूरा करेगी और इस दिशा में काम भी शुरू किया गया. बीजेपी को काम करना ही था तो 5 साल पहले करती. राजस्थान से जलशक्ति मंत्री होने के बावजूद प्रदेश को लंबा इंतजार करना पड़ है रहा है. जनता इनसे 5 साल का जवाब मांगेगी. जूली ने कहा कि अभी भी टाइमलाइन जारी नहीं की गई. कब तक इस योजना को पूरा करेंगे ? सिर्फ चुनावी लाभ लेने के लिए आधी-अधूरी योजना शुरू की जा रही है.
ऐतिहासिक काम हुआ है : उधर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नगर ने कहा कि ये तो आने वाला वक्त बताया कि कितना जल्द ये ERCP का प्रोजेक्ट धरातल पर उतरा. कांग्रेस ने सिर्फ गुमराह किया जनता को. ये योजना कांग्रेस की थी ही नहीं. भारतीय जनता पार्टी के शासन में बनी थी और भारतीय जनता पार्टी की योजना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से अपेक्षा करना भी ठीक नहीं है. उन्होंने अपनी सरकार में सिर्फ इसका राजनीतिक लाभ लेने के लिए ही काम किया. इस योजना को धरातल पर बीजेपी की सरकार में उतारा जाएगा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिए इस योजना की अहमियत देखिए कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद राजस्थान आ रहे हैं. यहां आकर उसकी क्या अहमियत है, उसके बारे में बात करेंगें. मुख्यमंत्री से मिल रहे हैं, साथ जाकर दिल्ली में एमओयू कर रहे हैं. इसका मतलब डबल इंजन की सरकार किस तरह से काम करेगी, यह उनके सामने है. यह ऐतिहासिक काम हुआ है. इसकी खुशी मनानी चाहिए. हर घर नल, हर खेत में पानी पहुंचेगा. यह योजना 13 जिलों के लिए वरदान साबित होगी. वर्षों तक इस योजना का लाभ मिलेगा.