चंपावत: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को एक दिवसीय भ्रमण पर जनपद चंपावत पहुंचे. उन्होंने जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र सरयू घाटी,काली घाटी, पंचेश्वर घाटी, रौसाल तथा तामली आदि विभिन्न क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद एनएचपीसी गेस्ट हाउस, बनबसा में जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य एवं जन जीवन सामान्य बनाने तथा पुनर्निर्माण कार्यों की अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने जनता को उनकी हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया.
मुख्यमंत्री ने जनपद में आपदा से क्षतिग्रस्त हुए सड़क मार्गों एवं पुलों को ठीक करने के लिए किए जा रहे कार्यों की भी विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त मार्गों, पेयजल एवं विद्युत लाइनों को यथाशीघ्र बहाल किया जाए. वैकल्पिक तौर पर उरेडा द्वारा सौर ऊर्जा से विद्युत व्यवस्था की जाए.जिन प्रभावितों को आपदा राहत राशि वितरित की जानी है तत्काल राहत राशि वितरित की जाए. जनपद में पुनर्निर्माण कार्यों सहित जनपद के विभिन्न व्यवस्थाओं को शीघ्र सामान्य कराएं. जनपद में बंद पड़ी सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर यातायात के लिए सुचारु किया जाये.
जनपद चम्पावत में आपदा प्रभावित क्षेत्र सरयू घाटी, काली घाटी, पंचेश्वर घाटी, रौसाल तथा तामली आदि क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण कर जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद एनएचपीसी गेस्ट हाउस, बनबसा में प्रभावितों से मुलाकात की एवं अधिकारियों संग बैठक कर राहत… pic.twitter.com/OUAaN6etWF
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 21, 2024
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आपदा ग्रसित क्षेत्रों में स्वयं जाकर स्थलीय निरीक्षण करने तथा वहां प्रभावितों को उचित सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा जनता को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इस बात को सुनिश्चित किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभाविताें में राहत राशि वितरित करने के साथ ही पुनर्निर्माण के कार्यों पर कार्य किया जाए. मुख्यमंत्री ने शारदा नदी, हड्डी नदी एवं किरोड़ा नाला से हो रहे नुकसान के स्थाई समाधान के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी व सिंचाई विभाग को दिए. मुख्यमंत्री ने बनबसा में नेपाल सीमा बन रहे ड्राई पोर्ट में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिये.