छतरपुर: रबी का सीजन शुरू हो चुका है. किसान खाद के लिए सुबह से लेकर शाम तक घंटों लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं. इसके बाद भी पर्याप्त खाद नहीं मिल रही है. ऐसा ही मामला छतरपुर के सटई रोड स्थित गल्ला मंडी के सामने आया है, जहां हजारों की संख्या में किसान खाद के लिए खड़े दिखे. जानकारी लगते ही जिला कलेक्टर ने एसडीएम और तहसीलदार को पुलिस बल के साथ मौके पर भेजा है.
हरपालपुर पहुंची थी 2753 मीट्रिक टन खाद
इन दिनों बुवाई का समय है. किसानों के खेतों में खाद की मांग लगातार बढ़ रही है. किसान खाद के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं. सोमवार को छतरपुर शहर की सटई रोड स्थित गल्ला मंडी में सुबह 4 बजे से ही हजारों किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. दरअसल, बीते दो दिनों से छतरपुर में खाद का वितरण किसानों के बीच नहीं किया गया है. शुक्रवार सुबह 8 बजे हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर 2753.200 मीट्रिक टन डीएपी खाद की रैक पहुंची थी. खाद को सीधे ट्रकों में लोड करके विभिन्न गोदामों और सहकारी समितियों तक पहुंचाने का काम शुरू किया गया था.
कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन ने उठाया कदम
छतरपुर के बड़ामलहरा को 200 मीट्रिक टन, घुवारा को 120 मीट्रिक टन, बमीठा को 90 मीट्रिक टन और लवकुशनगर को 235 मीट्रिक टन खाद आवंटित किया गया है. इसके साथ ही पन्ना जिले के देवेंद्र नगर को 30 टन, पन्ना को 60 टन और टीकमगढ़ जिले के पलेरा को 130 टन डीएपी खाद भेजी गई है. इन गोदामों से खाद को संबंधित सोसायटियों तक पहुंचाया गया है. छतरपुर जिला प्रशासन ने किसानों की सुविधा व कालाबाजारी को रोकने के लिए रेलवे रैक से सीधे जिले की विभिन्न शाखाओं की समितियों में डीएपी खाद भिजवाया है.
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मौके पर भेजा गया पुलिस बल
वहीं, सुबह से लाइन में खड़े उर्द मऊ निवासी किसान हरदयाल प्रजापति ने बताया, ''सुबह से लाइन में खड़े हैं. यहां से वहां से भेजा जा रहा है, लेकिन खाद नहीं मिल रही है.'' वहीं, किसानों की भीड़ की जानकारी कलेक्टर पार्थ जैसवाल को दी गई. कलेक्टर ने तुरंत SDM अखिल राठौर, तहसीलदार संदीप तिवारी सहित पुलिस बल को मौके पर भेजा है.