बुरहानपुर। देश के 47 प्रमुख कपड़ा उत्पादक शहरों में अग्रणी माने जाने वाले बुरहानपुर में इन दिनों शिक्षित बुनकर युवा पीढ़ी चिंतित है. दरअसल, केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा स्थापित पावरलूम सर्विस सेंटर में पिछले 5 साल से पावरलूम संचालित करने का प्रशिक्षण बंद पड़ा है. अब आधुनिक तकनीक के पावरलूम का दौर है. ऐसे में परंपरागत पावरलूम से जुड़े बुनकरों को आधुनिक पावरलूम का संचालन नहीं आने से उनके सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
आधुनिक प्रशिक्षण व प्रमाण पत्र न होने से नहीं मिल रहा लोन
शिक्षित बेरोजगार युवा नई तकनीक के पावरलूम व्यवसाय को अपनाकर आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं, लेकिन उन्हें प्रशिक्षण व प्रमाण पत्र नहीं मिलने से बैंक लोन नहीं दे रहा है. बुनकरों ने नई केंद्र सरकार के कपड़ा मंत्री से अत्याधुनिक पावरलूम के साथ प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की मांग की है.
पावरलूम व्यवसाय से जुड़ी है बड़ी संख्या
प्रदेश में बुरहानपुर एक मात्र ऐसा शहर है, जहां बड़ी संख्या में लोग पावरलूम व्यवसाय से जुड़े हैं. करीब 4 लाख की आबादी वाले इस शहर में एक लाख की आबादी पावरलूम उद्योग से प्रत्यक्ष रोजगार पा रही है. वहीं समय के साथ पावरलूम में भी अपग्रेडेशन यानी नवीनिकरण हो रहा है. शहर में अब पारंपरिक पावरलूम के स्थान पर ऑटोमेटिक अत्याधुनिक पावरलूम स्थान लेते जा रहे हैं.
पावरलूम सर्विस सेंटर पिछले पांच साल से बंद
बुरहानपुर में केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय द्वारा स्थापित पावरलूम सर्विस सेंटर में टेक्सटाईल व पावरलूम संचालन करने की बारिकियों का प्रशिक्षण दिया जाता था. पिछले पांच सालों से ये संस्थान बंद पड़ा है. जिससे बुनकर आधुनिक पावरलूम का संचालन नहीं कर पा रहे हैं. उनके सामने रोजी रोटी का संकट मंडरा रहा है.
अत्याधुनिक पावरलूम प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने उठी मांग
बुनकरों के शिक्षित बेरोजगार युवा भी सरकारी नौकरियां नहीं मिलने पर अपने पुस्तैनी पावरलूम के कारोबार की तरफ रूख कर रहे हैं, लेकिन नई पीढ़ी के पास आधुनिक पावरलूम का प्रशिक्षण व प्रमाण पत्र ना होने से बैंकों से वित्तीय सहायता भी प्राप्त नहीं हो रही है. आधुनिक प्रशिक्षण नहीं मिलने से बुनकरों व उनके शिक्षित बेरोजगार युवाओं के सपने केवल सपने ही बनकर रह गए हैं. अब बुरहानपुर में अत्याधुनिक पावरलूम के प्रशिक्षण केंद्र को शुरू करने की मांग उठ रही है.
यहां पढ़ें... बुरहानपुर में पावरलूम मशीन बनी टीबी रोग की वजह, चपेट में आते हैं हजारों लोग, हैरान कर देंगे आंकड़े बुनकरों और उद्योगपतियों ने की चीनी मशीनों से तौबा, भारत में बनी मशीनों से करेंगे काम |
खंडवा सासंद ने मांग को ठहराया जायज
इस पूरे मामले में बुनकरों को सहकारिता के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए स्थापित प्रदेश स्तरीय संस्था मप्र पावरलूम बुनकर फेडरेशन के अध्यक्ष व खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटील के करीबी जयंतीलाल नवलखे ने भी इस मांग को जायज करार दिया है. उन्होंने नई सरकार का कामकाज शुरू होने व सांसदों के शपथ कार्यक्रम के बाद खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटील की अगुवाई में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह से भेंट कर बुरहानपुर में सर्वसुविधा युक्त स्थान पर अत्याधुनिक पावरलूमों के साथ प्रशिक्षण केंद्र शुरू करवाने को लेकर बात कही है.