पटना: तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर विनय कुमार ने डीजीपी के रूप में कार्यभार संभाल लिया है. पूर्व डीजीपी आलोक कुमार ने विनय कुमार को कार्यभार सौंपा. कार्यभार ग्रहण करने के बाद डीजीपी विनय कुमार ने कड़े तेवर दिखाये. अपनी प्राथमिकताओं को गिनाते हुए विनय कुमार ने साफ कर दिया कि शराब माफियाओं, साइबर क्राइम पर उनकी नजर है.
नए DGP विनय कुमार ने किया पदभार ग्रहण: पदभार ग्रहण करने के बाद नए डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर लगातार नजर रखी जायेगा.उन्होंने कहा कि स्पीडी ट्रायल में सुधार लाने की कोशिश होगी. विनय कुमार ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. खासकर अपराधी गैंग के खिलाफ कार्रवाई होगी. थानों को निर्देश दिया जाएगा कि वह अपराधियों की संपत्ति के बारे में पता करें और पता करने के बाद पुलिस मुख्यालय को बताएं. पुलिस मुख्यालय उनकी संपत्ति को दस दिन के अंदर अटैच करेगी.
"शराबबंदी और मादक पदार्थ की तस्करी को लेकर जो भी संपत्ति अर्जित की गई है उसकी भी जब्ती होगी. हमारा काम अनुसंधान के साथ-साथ अपराधियों की संपत्ति जब्त करना भी होगा. कानून व्यवस्था से संबंधित जो भी मामले हैं, उसमें अभियान चलाकर अरेस्टिंग होगी."- विनय कुमार, डीजीपी, बिहार
माफिया के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई : साइबर अपराध पर उन्होंने कहा कि देश में पहला राज्य बिहार जहां सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के पैसे होल्ड कराया गया है. सजा दिलाने के मामले पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर रेट कम है, लेकिन अब आने वाले दिनों में इस पर राज पुलिस मुख्यालय पूरे मामले को देखेगी और अनुसंधान जल्द से जल्द हो इसको लेकर निश्चित पर दिशा निर्देश भी जारी होगा.
"आने वाले दिनों में नई विधि शाला का उद्घाटन हो जाएगा. इससे अनुसंधान में काफी सहायता होगी. अपराधियों की संपत्ति को अनुसंधान के क्रम में भी अटैच करने की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का मनोबल ऊंचा करने, अपराधियों का मनोबल गिराने को लेकर हर तरह के उपाय किए जाएंगे."- विनय कुमार, डीजीपी, बिहार
105 दिन डीजीपी के पद पर रहे आलोक कुमार : आलोक कुमार अब पूर्व डीजीपी हो गए हैं. आलोक कुमार का कार्यकाल 105 दिनों का रहा और आलोक कुमार को कार्यकारी डीजीपी बनाया गया था. लेकिन पूर्णकालिक डीजीपी के तौर पर बिहार सरकार ने विनय कुमार को जिम्मेदारी दी है. विनय कुमार ने बीजेपी के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया.
आलोक राज ने भारी मन से किया PC: पूर्व डीजीपी आलोक राज भी पुलिस मुख्यालय पहुंचे. भारी मन से आलोक राज ने संवाददाताओं को संबोधित किया और विभाग के अधिकारियों का धन्यवाद किया. आलोक राज ने कहा कि मेरे कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य हुए. इसके लिए मैं तमाम पदाधिकारी को बधाई देता हूं.
"मुझे 105 दिनों का अवसर मिला, लेकिन मुझे खुशी है कि इस अवधि में मैं आम जनता का डीजीपी बना रहा. प्रतिदिन मैं जब भी कार्यालय में रहा आम जनता से मिला और उनकी समस्याओं का समाधान करने का पूरा प्रयास किया. मैं पुलिस मुख्यालय और सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देता हूं."- आलोक राज, पूर्व डीजीपी
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