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'13-14 करोड़ आबादी है.. होता रहता है' बिहार में जहरीली शराब से मौत पर बोले जीतन राम मांझी

'13-14 करोड़ की जनसंख्या में कहीं कुछ ना कुछ होता है.' जहरीली शराब से मौत मामले पर जीतन राम मांझी ने प्रतिक्रिया दी है.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : 3 hours ago

JITAN RAM MANJHI
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (ETV Bharat)

पटना: केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में जहरीली शराब से मौत मामले को लेकर कहा कि आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि अन्य जगहों से भी ऐसी खबरें आते रहती हैं. जीतन राम मांझी ने गुरुवार को हरियाणा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के दौरान मीडिया से बातचीत में ये बातें कहीं.

जहरीली शराब से मौत पर क्या बोले मांझी: जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार सरकार बहुत तत्परता से काम कर रही है. घटना के खिलाफ अपराधियों को पकड़ा जाता है और उनपर कार्रवाई की जाती है. प्रशांत किशोर पर भी शराबबंदी को लेकर दिए बयान पर मांझी ने हमला किया है.

"बिहार सरकार शराबबंदी पर काम कर रही है. घटना के खिलाफ भी एक्शन लिया जाता है. अपराधियों को पकड़ा जाता है. प्रशांत किशोर अभी अखाड़ा में उतरे हैं और पहलवानी दिखा रहे हैं."- जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री

कई बार शराबबंदी के खिलाफ बोल चुके हैं मांझी : कभी जीतन राम मांझी, नीतीश कुमार की शराबबंदी के खिलाफ बयान देते थे और कई बार इसको लेकर समीक्षा करने की जरूरत को अनिवार्य बताया था. मांझी और विपक्ष की मांग पर ही शराबबंदी कानून पर साल 2022 में दोबारा समीक्षा की गई थी और कानून में थोड़ी नरमी लाई गई थी.

'हम सभी रात में पीते हैं': जीतन राम मांझी कई बार बोल चुके हैं कि शराबबंदी कानून के कारण गरीबों को अधिक नुकसान हुआ है. वहीं विपक्ष भी इसी को लेकर सरकार को लगातार घेर रहा है. मांझी ने शराबबंदी को लेकर कई बार ऐसे बयान दिए हैं, जिसे लेकर सरकार की खूब फजीहत हुई है. 13 सितंबर को मांझी ने कहा था कि हम सभी सफेदपोश रात में शराब पीते हैं, लेकिन हमें पुलिस अरेस्ट नहीं करती है. हमलोग रात में शराब पीते हैं तो हमें नहीं पकड़ा जाता. गरीबों को पकड़ लिया जाता है. इस तरह की दोरंग नीति नहीं होनी चाहिए.

जहरीली शराब से 47 की मौत: बता दें कि बिहार के सिवान, गोपालगंज और छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं विभिन्न अस्पतालों में अभी भी कई लोगों का इलाज चल रहा है. सिवान और सारण की बात करें तो लगभग 70 से अधिक लोगा अस्पताल में इलाजरत हैं. कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. मामले में अबतक 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नीतीश सरकार ने साफ कर दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

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जहरीली शराब से मौत पर क्या बोले मांझी: जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार सरकार बहुत तत्परता से काम कर रही है. घटना के खिलाफ अपराधियों को पकड़ा जाता है और उनपर कार्रवाई की जाती है. प्रशांत किशोर पर भी शराबबंदी को लेकर दिए बयान पर मांझी ने हमला किया है.

"बिहार सरकार शराबबंदी पर काम कर रही है. घटना के खिलाफ भी एक्शन लिया जाता है. अपराधियों को पकड़ा जाता है. प्रशांत किशोर अभी अखाड़ा में उतरे हैं और पहलवानी दिखा रहे हैं."- जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री

कई बार शराबबंदी के खिलाफ बोल चुके हैं मांझी : कभी जीतन राम मांझी, नीतीश कुमार की शराबबंदी के खिलाफ बयान देते थे और कई बार इसको लेकर समीक्षा करने की जरूरत को अनिवार्य बताया था. मांझी और विपक्ष की मांग पर ही शराबबंदी कानून पर साल 2022 में दोबारा समीक्षा की गई थी और कानून में थोड़ी नरमी लाई गई थी.

'हम सभी रात में पीते हैं': जीतन राम मांझी कई बार बोल चुके हैं कि शराबबंदी कानून के कारण गरीबों को अधिक नुकसान हुआ है. वहीं विपक्ष भी इसी को लेकर सरकार को लगातार घेर रहा है. मांझी ने शराबबंदी को लेकर कई बार ऐसे बयान दिए हैं, जिसे लेकर सरकार की खूब फजीहत हुई है. 13 सितंबर को मांझी ने कहा था कि हम सभी सफेदपोश रात में शराब पीते हैं, लेकिन हमें पुलिस अरेस्ट नहीं करती है. हमलोग रात में शराब पीते हैं तो हमें नहीं पकड़ा जाता. गरीबों को पकड़ लिया जाता है. इस तरह की दोरंग नीति नहीं होनी चाहिए.

जहरीली शराब से 47 की मौत: बता दें कि बिहार के सिवान, गोपालगंज और छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं विभिन्न अस्पतालों में अभी भी कई लोगों का इलाज चल रहा है. सिवान और सारण की बात करें तो लगभग 70 से अधिक लोगा अस्पताल में इलाजरत हैं. कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. मामले में अबतक 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नीतीश सरकार ने साफ कर दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

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