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किरीटीमाटी में नए साल का आगाज, भारत से पहले ये देश करेंगे नए साल का स्वागत - NEW YEAR 2025

2025 का स्वागत करने वाला पहला देश, किरिबाती रिपब्लिक का क्रिसमस द्वीप. भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे यहां पर सबसे पहले नया साल मनाया गया.

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NEW YEAR 2025 (File Photo)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 31, 2024, 2:05 PM IST

Updated : Dec 31, 2024, 3:50 PM IST

हैदराबाद: नए साल 2025 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. 31 दिसंबर की आधी रात का बेसब्री से इंतजार है. चूंकि, दुनिया अलग-अलग टाइम जोन में बंटी है, इसलिए बहुत से देश भारत से पहले और बाद में नए साल में कदम रखेंगे. 2025 का स्वागत करने वाला पहला देश, किरिबाती रिपब्लिक का क्रिसमस द्वीप (किरीटीमाटी) है. प्रशांत महासागर में यह छोटा सा द्वीप, सुबह 5 बजे EST (भारतीय समयानुसार 3.30 बजे IST) पर सबसे पहले नया साल मनाया गया.

इसके तुरंत बाद, न्यूजीलैंड के चैथम द्वीप में 3.45 बजे IST पर नया साल शुरू होगा. NZ के ऑकलैंड और वेलिंगटन 4.30 बजे IST पर नए साल में दाखिल होंगे. दुनिया के तमाम हिस्सों से नए साल के जश्न की तस्वीरें हम आपको यहां पर दिखाएंगे.

जापान और दक्षिण कोरिया: एशियाई देशों में, जापान और दक्षिण कोरिया नए साल का स्वागत करने वाले सबसे पहले देश हैं. उनके नए साल का जश्न 31 दिसंबर को IST के अनुसार रात 8:30 बजे शुरू होता है.

Canva
नए साल 2025 का स्वागत करने वाले पहले देश किरिबाती, समोआ और टोंगा हैं (Canva)
यह देश भारत से पहले नए साल में कदम रखेंगे
  • 3:30 AM IST: किरीटीमाटी द्वीप (क्रिसमस द्वीप)
  • 3:45 AM IST: चैथम द्वीप
  • 4:30 AM IST: न्यूज़ीलैंड
  • 5:30 AM IST: फ़िजी और रूस के कुछ हिस्से
  • 6:30 AM IST: ऑस्ट्रेलिया के कई शहर
  • 8:30 AM IST: जापान और दक्षिण कोरिया
  • 8:45 AM IST: पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया
  • 9:30 AM IST: चीन और फिलीपींस
  • 10:30 AM IST: इंडोनेशिया

समय क्षेत्रों का विज्ञान: नए साल के समय में इन अंतरों का कारण पृथ्वी का घूमना और अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा है. पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है, इसलिए पूर्व में स्थित स्थानों पर सूर्योदय और समय का प्रवाह पश्चिम में स्थित स्थानों से पहले होता है. अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा, प्रशांत महासागर से होकर गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा है, जो उस बिंदु को निर्दिष्ट करती है जहां एक कैलेंडर दिन दूसरे में बदल जाता है. तिथि रेखा के पश्चिम में स्थित स्थान, तिथि रेखा के पूर्व की ओर स्थित स्थानों की तुलना में समय में एक पूरा दिन आगे होते हैं.

यह भी पढ़ें- नए साल के जश्न से पहले जानिए कैसी रहेगी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था? क्या करें, क्या न करें
यह भी पढ़ें-शराब के शौकीन ध्यान दें! न्यू ईयर के मौके पर इस समय तक खुली रहेगी वाइन शॉप
यह भी पढ़ें-बर्फ की सफेद चादर से ढकी कश्मीर घाटी, नए साल पर बर्फबारी का अनुमान, पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी

हैदराबाद: नए साल 2025 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. 31 दिसंबर की आधी रात का बेसब्री से इंतजार है. चूंकि, दुनिया अलग-अलग टाइम जोन में बंटी है, इसलिए बहुत से देश भारत से पहले और बाद में नए साल में कदम रखेंगे. 2025 का स्वागत करने वाला पहला देश, किरिबाती रिपब्लिक का क्रिसमस द्वीप (किरीटीमाटी) है. प्रशांत महासागर में यह छोटा सा द्वीप, सुबह 5 बजे EST (भारतीय समयानुसार 3.30 बजे IST) पर सबसे पहले नया साल मनाया गया.

इसके तुरंत बाद, न्यूजीलैंड के चैथम द्वीप में 3.45 बजे IST पर नया साल शुरू होगा. NZ के ऑकलैंड और वेलिंगटन 4.30 बजे IST पर नए साल में दाखिल होंगे. दुनिया के तमाम हिस्सों से नए साल के जश्न की तस्वीरें हम आपको यहां पर दिखाएंगे.

जापान और दक्षिण कोरिया: एशियाई देशों में, जापान और दक्षिण कोरिया नए साल का स्वागत करने वाले सबसे पहले देश हैं. उनके नए साल का जश्न 31 दिसंबर को IST के अनुसार रात 8:30 बजे शुरू होता है.

Canva
नए साल 2025 का स्वागत करने वाले पहले देश किरिबाती, समोआ और टोंगा हैं (Canva)
यह देश भारत से पहले नए साल में कदम रखेंगे
  • 3:30 AM IST: किरीटीमाटी द्वीप (क्रिसमस द्वीप)
  • 3:45 AM IST: चैथम द्वीप
  • 4:30 AM IST: न्यूज़ीलैंड
  • 5:30 AM IST: फ़िजी और रूस के कुछ हिस्से
  • 6:30 AM IST: ऑस्ट्रेलिया के कई शहर
  • 8:30 AM IST: जापान और दक्षिण कोरिया
  • 8:45 AM IST: पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया
  • 9:30 AM IST: चीन और फिलीपींस
  • 10:30 AM IST: इंडोनेशिया

समय क्षेत्रों का विज्ञान: नए साल के समय में इन अंतरों का कारण पृथ्वी का घूमना और अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा है. पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है, इसलिए पूर्व में स्थित स्थानों पर सूर्योदय और समय का प्रवाह पश्चिम में स्थित स्थानों से पहले होता है. अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा, प्रशांत महासागर से होकर गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा है, जो उस बिंदु को निर्दिष्ट करती है जहां एक कैलेंडर दिन दूसरे में बदल जाता है. तिथि रेखा के पश्चिम में स्थित स्थान, तिथि रेखा के पूर्व की ओर स्थित स्थानों की तुलना में समय में एक पूरा दिन आगे होते हैं.

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Last Updated : Dec 31, 2024, 3:50 PM IST
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