पटना : बिहार में मॉनसून ने एक बार फिर से यू टर्न लिया है. चक्रवात की वजह से राज्य के कई जिलों में बारिश हो रही है. इसी बीच मौसम विभाग ने 25 से 28 सितंबर के लिए चेतावनी जारी की है. विभाग का कहना है कि इस दौरान मेघगर्जन/वज्रपात के साथ भरी से अति भारी वर्षा होगी.
4 दिनों तक होगी झमाझम बारिश : मौसम विज्ञान केन्द्र पटना का कहना है कि राज्य में आज से ही पूर्वा हवा का प्रवाह बढ़ना शुरू हो चुका है. धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में नमीयुक्त पूर्वा हवा के प्रवाह बढ़ने से राज्य में 25 सितंबर से 28 सितंबर तक अधिकांश स्थानों में वर्षा (10-50 मिलीमीटर) होने का पूर्वानुमान है. इस बीच चार जिलों औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद और गया के लिए अलर्ट जारी हुआ है.
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) September 25, 2024
नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना : खासकर 25-27 सितंबर के दौरान राज्य के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, गोपालगंज, सिवान, भागलपुर एवं बांका में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है. जिसके कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है.
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) September 25, 2024
''राज्य के अधिकांश जिलों में मेघगर्जन के साथ वज्रपात की संभावना है. इस दौरान 30-40 कि.मी./घंटे से हवा चलेगी. ऐसे में लोगों को उचित सावधानी एवं सुरक्षा बरतते हुए आपदा प्रबंधन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है.''- मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना
इस मौसम के संभावित प्रभाव: मौसम विभाग का कहना है कि नदियों के जल-स्तर में वृद्धि होने से निचले बाढ़ ग्रस्त इलाकों के जलमग्न होने की संभावना है. बारिश के दौरान कच्चे रास्तों से नहीं गुजरें. वज्रपात से जान-माल का नुकसाव हो सकता है.
क्या करें और क्या न करें: बिजली चमकने या गरगराहट की आवाज सुनाई देने पर पक्के घर में शरण लें. वर्षा के दौरान नदी में यात्रा करने से बचे. पेड़ों के नीचे और विशेष रूप से अलग-थलग पेड़ों के नीचे आश्रय न लें, क्योंकि ये बिजली के सुचालक होते हैं.
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