बालाघाट: भाजपा विधायक राजकुमार कर्राहे ने अपनी ही सरकार के आदेश को चुनौती दे दी है. उन्होंने सरकार के आदेश पर क्षेत्र में गैर मान्यता प्राप्त डॉक्टरों पर कार्रवाई कर रहे अधिकारियों को धमकी दी है. विधायक ने अधिकारियों को चेताया है कि, यदि डॉक्टरों पर हो रही कार्रवाई नहीं बन्द होगी तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
सरकार ने झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई का दिया था आदेश
मध्य प्रदेश की मोहन यादव की सरकार ने 15 जुलाई को एक आदेश जारी किया था, जिसके तहत प्रदेश के सभी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया था. शासन के आदेश का पालन करते हुए अधिकारी ऐसे डॉक्टरों की पहचान कर उनपर कार्रवाई कर रहे हैं. क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टरों ने बालाघाट के लांजी से भाजपा विधायक राजकुमार कर्राहे से मिलकर अधिकारियों की कार्रवाई को रोकने की मांग की है. विधायक ने डॉक्टरों को इस मामले में उनका साथ देने का भरोसा दिलाया है.
'डॉक्टरों को परेशान किया तो भुगतने पड़ेंगे गंभीर परिणाम'
राजकुमार कर्राहे ने डॉक्टरों से बात करते हुए कहा कि, 'कलेक्टर से इस बारे में बात हो गई है. अब किसी भी डॉक्टर पर छापामार कार्रवाई नहीं होगी. मैंने कलेक्टर को फोन करके बोला है कि एसडीएम और बीएमओ को तत्काल छापामार कार्रवाई करने से रोकिए नहीं तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा. मैंने उन्हें कहा है कि, अगर डॉक्टरों को परेशान किया जाएगा तो इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा. उन्हें चेता दिया है अगर अब एक भी कार्रवाई हुई तो हम शांत नहीं बैठेंगे, हम भी उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. अगर किसी भी क्लिनिक पर ताला लगाया गया तो मैं खुद जाकर ताला तोडूंगा.'
'मुख्यमंत्री से करूंगा बात'
विधायक ने डॉक्टरों की तारीफ करते हुए कहा, 'कोरोना काल में इन्हीं डॉक्टरों ने गांव-गांव घूमकर लोगों की सेवा करके लाखों जिंदगियों को बचाया था. इन्होंने ही देश को विषम परिस्थितियों से बाहर निकाला था. गांव में बीमार लोगों के लिए यही डॉक्टर भगवान हैं और यही उनका इलाज करते हैं. मैं इनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं. इनके खिलाफ जारी सरकार के आदेश को लेकर मुख्यमंत्री से भी बात करुंगा.'