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4 साल की बच्ची को लेने आई एयर एंबुलेंस, 12 की जगह डेढ़ घंटे में सफर तय, एम्स में होगा इलाज - BALAGHAT 4 YEAR OLD GIRL AIRLIFT

बालाघाट में 4 साल की बच्ची को एयरलिफ्ट कर भोपाल एम्स भेजा गया. 12 घंटे का सफर डेढ़ घंटे में तय हुआ.

BALAGHAT PATIENT AIRLIFTED
बालाघाट में 4 साल की बच्ची एयरलिफ्ट (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 10, 2025, 10:10 AM IST

बालाघाट: मध्य प्रदेश शासन की स्वास्थ्य क्षेत्र की प्रगतिरत पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा जिले में दूसरी बार उपयोगी साबित हुई है. रविवार को लालबर्रा की 4 वर्षीय बालिका स्मोली अवधिया को एयर एंबुलेंस के जरिए भोपाल के एम्स में उपचार के लिए भेजा गया. सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे ने बताया कि, '' बच्ची गंभीर बीमारी से पीड़ित थी. कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देशन में जिले में एयर एम्बुलेंस के मदद से मासूम को उपचार के लिए भोपाल रवाना किया गया.''

2 घंटे में भोपाल एम्स पहुंची एयर एंबुलेंस
जिला अस्पताल में जिंदगी से लड़ रही मासूम बच्ची अमोली को रविवार सुबह 7:30 बजे उपचार के लिए भोपाल एम्स रवाना किया गया. अभी बालाघाट से भोपाल जाने में बस या कार से 10 से 12 घंटे का समय लगता है. लेकिन एयर एंबुलेंस से बच्ची 2 घंटे में भोपाल एम्स पहुंच गई. जिला मुख्यालय से राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजना से किसी मरीज के उपचार के लिए योजना सफल साबित हुई है. जबकि पहली बार गोंदिया से इस सेवा का उपयोग नक्सल घटना में घायल शिवकुमार शर्मा को उपचार के लिए दिल्ली रवाना किया जा चुका है.

BALAGHAT 4 YEAR OLD GIRL AIRLIFT
4 साल की बच्ची को लेने आई एयर एंबुलेंस (ETV Bharat)

बालाघाट में बच्ची का इलाज संभव नहीं था
डॉ. पांडेय ने बताया कि, ''ऑर्गन फेल्योर की समस्या से ग्रसित स्मोली जिला अस्पताल में पीआईसीयू में भर्ती थी. स्मोली की समस्या अत्यधिक गंभीर होती जा रही थी. ऐसे में उसका उपचार जिले में संभव हो पाना मुश्किल होता जा रहा था. जिसके बाद जिला प्रशासन की मदद से स्मोली को भोपाल एम्स भेजने का निर्णय लिया गया. राज्य सरकार की पीएम श्री एयर एम्बुलेंस मंगवाई गई. रविवार सुबह 7:30 बजे पुलिस परेड ग्राउंड पर एयर एम्बुलेंस के जरिये स्मोली को भोपाल एम्स के लिए रवाना किया गया.''

क्या होता है ऑर्गन फेल्योर?
ऑर्गन फेल्योर जैसा कि नाम से समझ आ रहा है शरीर के अंगों का फेल हो जाना. जब बॉडी के एक या ज़्यादा अंग काम करना बंद कर देते हैं, तो इसे ऑर्गन फेलियर कहते हैं. यह अचानक या धीरे-धीरे हो सकता है. इससे शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आती है और इम्यून सिस्टम पर भी इफेक्ट पड़ता है. कई बार यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है. अगर एक अंग काम करना बंद कर दे या खराब हो जाएगा तो इसका असर दूसरे अंगों पर भी हो सकता है.

कब शुरु हुई पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा
स्वास्थ के क्षेत्र में मोहन सरकार लगातार काम कर रही है. लोगों को समय पर इलाज मिल सके इसलिए सरकार ने मध्य प्रदेश में एयर एंबुलेंस की सुविधा शुरू की थी. इसे मार्च 2024 में शुरु किया गया था. इस एयर एंबुलेंस जो दिखने में हेलीकॉप्टर की तरह है. यह एक आपातकालीन सेवा है. जब गंभीर मरीजों को बड़े अस्पताल में शिफ्त करना होता है तब एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है. एयर एंबुलेंस के लिए सरकार भी अनुदान देती है.

बालाघाट: मध्य प्रदेश शासन की स्वास्थ्य क्षेत्र की प्रगतिरत पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा जिले में दूसरी बार उपयोगी साबित हुई है. रविवार को लालबर्रा की 4 वर्षीय बालिका स्मोली अवधिया को एयर एंबुलेंस के जरिए भोपाल के एम्स में उपचार के लिए भेजा गया. सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे ने बताया कि, '' बच्ची गंभीर बीमारी से पीड़ित थी. कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देशन में जिले में एयर एम्बुलेंस के मदद से मासूम को उपचार के लिए भोपाल रवाना किया गया.''

2 घंटे में भोपाल एम्स पहुंची एयर एंबुलेंस
जिला अस्पताल में जिंदगी से लड़ रही मासूम बच्ची अमोली को रविवार सुबह 7:30 बजे उपचार के लिए भोपाल एम्स रवाना किया गया. अभी बालाघाट से भोपाल जाने में बस या कार से 10 से 12 घंटे का समय लगता है. लेकिन एयर एंबुलेंस से बच्ची 2 घंटे में भोपाल एम्स पहुंच गई. जिला मुख्यालय से राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजना से किसी मरीज के उपचार के लिए योजना सफल साबित हुई है. जबकि पहली बार गोंदिया से इस सेवा का उपयोग नक्सल घटना में घायल शिवकुमार शर्मा को उपचार के लिए दिल्ली रवाना किया जा चुका है.

BALAGHAT 4 YEAR OLD GIRL AIRLIFT
4 साल की बच्ची को लेने आई एयर एंबुलेंस (ETV Bharat)

बालाघाट में बच्ची का इलाज संभव नहीं था
डॉ. पांडेय ने बताया कि, ''ऑर्गन फेल्योर की समस्या से ग्रसित स्मोली जिला अस्पताल में पीआईसीयू में भर्ती थी. स्मोली की समस्या अत्यधिक गंभीर होती जा रही थी. ऐसे में उसका उपचार जिले में संभव हो पाना मुश्किल होता जा रहा था. जिसके बाद जिला प्रशासन की मदद से स्मोली को भोपाल एम्स भेजने का निर्णय लिया गया. राज्य सरकार की पीएम श्री एयर एम्बुलेंस मंगवाई गई. रविवार सुबह 7:30 बजे पुलिस परेड ग्राउंड पर एयर एम्बुलेंस के जरिये स्मोली को भोपाल एम्स के लिए रवाना किया गया.''

क्या होता है ऑर्गन फेल्योर?
ऑर्गन फेल्योर जैसा कि नाम से समझ आ रहा है शरीर के अंगों का फेल हो जाना. जब बॉडी के एक या ज़्यादा अंग काम करना बंद कर देते हैं, तो इसे ऑर्गन फेलियर कहते हैं. यह अचानक या धीरे-धीरे हो सकता है. इससे शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आती है और इम्यून सिस्टम पर भी इफेक्ट पड़ता है. कई बार यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है. अगर एक अंग काम करना बंद कर दे या खराब हो जाएगा तो इसका असर दूसरे अंगों पर भी हो सकता है.

कब शुरु हुई पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा
स्वास्थ के क्षेत्र में मोहन सरकार लगातार काम कर रही है. लोगों को समय पर इलाज मिल सके इसलिए सरकार ने मध्य प्रदेश में एयर एंबुलेंस की सुविधा शुरू की थी. इसे मार्च 2024 में शुरु किया गया था. इस एयर एंबुलेंस जो दिखने में हेलीकॉप्टर की तरह है. यह एक आपातकालीन सेवा है. जब गंभीर मरीजों को बड़े अस्पताल में शिफ्त करना होता है तब एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है. एयर एंबुलेंस के लिए सरकार भी अनुदान देती है.

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