कोटा : जिले के सांगोद थाना इलाके में बोरदा टोल नाके पर महाकुंभ से लौट रहे गुजरात के श्रद्धालुओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में दो टोल कर्मियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की, उनकी कार में तोड़फोड़ की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए. इसके अलावा, श्रद्धालुओं के साथ गाली-गलौच की गई और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई.
सांगोद थाना अधिकारी लखन सिंह ने बताया कि यह टोल 35 रुपए का था. इसी को फास्टैग से देने और नकद लेने को लेकर विवाद हुआ था. इस मामले में पुलिस ने राजेंद्र और राजवीर को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. श्रद्धालुओं ने इस घटना की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी, जिसके बाद सांगोद थाना पुलिस ने कार्रवाई की.
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नकद को लेकर हुआ विवाद : गुजरात के सूरत निवासी भरत भाई ने बताया कि वे महाकुंभ में स्नान कर वापस लौट रहे थे. वे बारां से बपावर होते हुए सांगोद की ओर जा रहे थे, तभी बोरदा टोल नाका आया. उन्होंने फास्टैग से टोल कटने की बात कही, लेकिन टोल कर्मियों ने मना कर दिया. श्रद्धालुओं ने कैश न होने की बात कही और ऑनलाइन यूपीआई के जरिए भुगतान करने की पेशकश की, लेकिन टोल कर्मी नकद भुगतान पर अड़ गए और उनसे उलझ पड़े.
देखते ही देखते टोल कर्मियों ने गुंडागर्दी शुरू कर दी. उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए. गाड़ी से बाहर निकालने की कोशिश की गई और डंडों से कार में तोड़फोड़ की गई. श्रद्धालुओं ने गाड़ी में बैठे हुए इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाया, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की.