अशोकनगर। दो साल पहले मनकपुर निवासी एक व्यक्ति ने देहात थाने में अपनी बेटी के गुमशुदगी होने की शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद कुछ ही महीने बाद पुलिस ने नाबालिग के साथ दिनेश कुशवाहा को गिरफ्तार किया था, जो उसे बहला-फुसला कर अपने साथ ले गया था. नाबालिग के बयान के आधार पर दिनेश को जेल भेज दिया गया था. जिस समय नाबालिग को पुलिस ने बरामद किया था, उस समय वह गर्भवती थी. इसके बाद दिनेश कुशवाहा का डीएनए जांच के लिए भेज दिया गया था.
नाबालिग की डिलीवरी के बाद हुआ खुलासा
लगभग डेढ़ साल पहले नाबालिग की डिलीवरी हो गई. उसके बाद उसे अपने साथ ले जाने वाले दिनेश कुशवाहा के डीएनए से जब नवजात का डीएनए मिलाया गया, तो वह मैच नहीं किया. इसके बाद पुलिस के सामने सवाल आया कि आखिर इस बच्चे का पिता कौन है. जिसको लेकर पुलिस ने कई बार नाबालिग की बाल कल्याण समिति के साथ काउंसलिंग कराई. लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी.
काउंसलिंग में नाबालिग ने बताया सच
पुलिस ने बताया कि लगातार नाबालिग की काउंसलिंग की जा रही थी. लेकिन वह किसी भी तरह से सच बताना नहीं चाह रही थी. लेकिन हाल ही में जब उसकी बाल कल्याण समिति के माध्यम से काउंसलिंग की गई तो लड़की ने अपने ही सौतेले पिता पर लगातार दुष्कर्म करने की बात बताई. इसके बाद सौतेले पिता से भी जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इसके बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया.
ये खबरें भी पढ़ें... पिता के फोन पर पहुंचा नाबालिग बेटी का अश्वलील वीडियो, पीड़िता ने किया बड़ा खुलासा तलाकशुदा महिला को प्रेमजाल में फंसाया, लगातार शारीरिक शोषण, गर्भपात भी करवा दिया |
आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा
इस मामले में एसडीओपी विवेक शर्मा ने बताया "नाबालिग को दस्तयाब करने के बाद उसके बयान के आधार पर दिनेश कुशवाहा को जेल भेज दिया गया था. लेकिन नाबालिग की डिलीवरी हुई तो बड़ा सवाल था कि इस बेटी का बाप कौन है. दिनेश और नाबालिग के डीएनए को मैच कराया गया जिसमें दोनों ही डीएनए मैच नहीं हुए. इसके बाद से ही लगातार नाबालिग की काउंसलिंग की गई. अब जाकर नाबालिग ने अपने ही पिता पर दुष्कर्म की बात कही. इसके बाद पिता को जेल भेज दिया गया."