बीकानेर: जिले के देशनोक थाना क्षेत्र में पुलिस और सेना के एक जवान के बीच हुए विवाद में जवान को चोटें आई है. पुलिस ने जवान को गिरफ्तार कर लिया है और उसे शुक्रवार को एसीजेएम कोर्ट नंबर 2 में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले को लेकर नागौर सांसद और आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ट्वीट करते हुए जवान के साथ हुई घटना को गलत बताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में थानाधिकारी सुमन शेखावत का कहना है कि विवाद में पुलिसकर्मी को भी चोट आई है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
गाड़ी को रास्ता देने की बात पर विवाद: दरअसल गुरुवार रात्रि में देशनोक करणी माता मंदिर की ओरण परिक्रमा मेला होने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते यातायात व्यवस्था को सुचारु करने के लिए पुलिस ने रास्ते बंद कर दिए थे. इसी दौरान जवान श्रीराम कस्वां बीकानेर से अपने गांव पांचू की तरफ जा रहा था. जेगला फांटे के पास उसकी गाड़ी को रास्ता देने की बात को लेकर पुलिस के जवानों के साथ उसकी कहासुनी हो गई . बात ज्यादा बढ़ने पर आपसी मारपीट हो गई. इसमें श्रीराम कस्वां को चोटें आई है. इससे उसके शरीर पर तीन चार टांके लगे हैं. इस मामले में थानाधिकारी सुमन शेखावत का कहना है कि विवाद में पुलिसकर्मी को भी चोट आई है.
मुख्यमंत्री @BhajanlalBjp जी,बीकानेर जिले की पुलिस के कृत्य पर संज्ञान लीजिए,
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 14, 2024
विगत दिनों शहीद हुए बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र के जवान रामस्वरूप जी कस्वा के भाई और भारतीय सेना के एक जवान श्रीराम के साथ देशनोक में पुलिस ने बेवजह मारपीट की है और डंडे से सर फोड़ दिया ! पुलिस ने…
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शहीद के भाई हैं श्रीराम: श्रीराम खुद सेना में जवान है और करीब 2 महीने पहले शहीद हुए रामस्वरूप कस्वां के भाई हैं. रामस्वरूप को शहीद का दर्जा देने की बात को लेकर तीन दिन तक बीकानेर में आंदोलन और धरना चला था, जिसमें हनुमान बेनीवाल भी शामिल हुए थे.