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सावधान! रिहायशी इलाकों के बिल्कुल नजदीक चहलकदमी कर रहे बाघ, पैदल और बाइक से आवागमन पर रोक

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या से रास्तों में खतरा बढ़ गया है. रिहायशी इलाकों में फुटमार्क मिलने से चिंता बढ़ गई है.

VTR में बाघ से सावधान
VTR में बाघ से सावधान (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : 3 hours ago

बगहा : बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या के बीच लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. दरअसल जटाशंकर स्थान और वाल्मीकि आश्रम पैदल व बाइक से आने जाने वाले श्रद्धालुओं को जंगल के इस रास्ते से गुजरने पर पाबंदी लगा दी गई है. क्या है पूरा मामला पढ़े पूरी खबर विस्तार से

रास्ते पर बाघ के फुटमार्क : इंडो नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकीनगर में जटाशंकर मंदिर और वाल्मीकि आश्रम जाने वाले मार्ग पर बाघों का मूवमेंट दिखा है. इस कारण जटाशंकर चेक नाका से वाल्मीकि आश्रम और जटाशंकर मंदिर आने जाने वाले लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. बता दें कि रविवार की सुबह जटाशंकर मंदिर के आसपास बाघ के पगमार्क का निशान दिखा था जिसके बाद वन विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से इस रास्ते से पैदल और बाइक से आवागमन करने पर पाबंदी लगा दी है.

बाघों से सावधान (ETV Bharat)

पैदल और बाइक से जाने वालों पर पाबंदी : वन संरक्षक सह निदेशक डॉ नेशामणि के ने बताया कि जटाशंकर नाका के पास बाघ का फुटमार्क देखने को मिला है. जिसके बाद इस रास्ते से पैदल जाने और बाइक से आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. इस रास्ते से फिलहाल सिर्फ जंगल सफारी के लिए सफारी वाहन के जाने की इजाजत है. वनकर्मी लगातार बाघ के पग मार्क की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. एक बार जब उसके इस इलाके में उपस्थित नहीं होने की पुष्टि हो जाएगी, उसके बाद लोगों के आने जाने की व्यवस्था फिर से बहाल कर दी जाएगी.

सड़क पर घूमता शिकारी
सड़क पर घूमता शिकारी (ETV Bharat)

रास्ते में मिल जाएगा बाघ : दरअसल विगत 21 अक्टूबर से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में नए पर्यटन सत्र का आरम्भ हुआ है. जिसके बाद भारी संख्या में पर्यटक VTR में जंगल सफारी का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. इस दौरान पर्यटक बाघ और तेंदुआ समेत अन्य वन जीवों के दीदार की हसरत लिए यहां भ्रमण करने पहुंच रहे हैं. जबकि नेपाल और आसपास के स्थानीय लोग अमूमन पैदल और बाइक से ही इस जंगल सफारी वाले मार्ग के रास्ते जटाशंकर मंदिर और वाल्मीकि आश्रम मंदिर जाते हैं, जो खतरे से खाली नहीं है.

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या (ETV Bharat)

60 के पार हुई बाघों की संख्या : बता दें कि वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में हाल के एक दशक में बाघों की संख्या में 7 गुना इजाफा देखने को मिला है. वर्ष 2010 में सिर्फ 8 बाघ थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 60 के पार हो गई है. ऐसे में वन क्षेत्र से सटे इलाकों में बाघों की चहलकदमी बढ़ी है. इसके अलावा जंगल में 100 से अधिक तेंदुआ भी हैं जो रिहायशी इलाकों तक पहुंच जा रहे हैं. क्योंकि दो हफ्ते पूर्व ही बगहा वाल्मिकीनगर मुख्य मार्ग पर एक साथ तीन तेंदुआ नजर आए थे. नतीजतन लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है.

शिकार की तलाश में तेंदुआ
शिकार की तलाश में तेंदुआ (ETV Bharat)

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बगहा : बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या के बीच लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. दरअसल जटाशंकर स्थान और वाल्मीकि आश्रम पैदल व बाइक से आने जाने वाले श्रद्धालुओं को जंगल के इस रास्ते से गुजरने पर पाबंदी लगा दी गई है. क्या है पूरा मामला पढ़े पूरी खबर विस्तार से

रास्ते पर बाघ के फुटमार्क : इंडो नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकीनगर में जटाशंकर मंदिर और वाल्मीकि आश्रम जाने वाले मार्ग पर बाघों का मूवमेंट दिखा है. इस कारण जटाशंकर चेक नाका से वाल्मीकि आश्रम और जटाशंकर मंदिर आने जाने वाले लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. बता दें कि रविवार की सुबह जटाशंकर मंदिर के आसपास बाघ के पगमार्क का निशान दिखा था जिसके बाद वन विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से इस रास्ते से पैदल और बाइक से आवागमन करने पर पाबंदी लगा दी है.

बाघों से सावधान (ETV Bharat)

पैदल और बाइक से जाने वालों पर पाबंदी : वन संरक्षक सह निदेशक डॉ नेशामणि के ने बताया कि जटाशंकर नाका के पास बाघ का फुटमार्क देखने को मिला है. जिसके बाद इस रास्ते से पैदल जाने और बाइक से आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. इस रास्ते से फिलहाल सिर्फ जंगल सफारी के लिए सफारी वाहन के जाने की इजाजत है. वनकर्मी लगातार बाघ के पग मार्क की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. एक बार जब उसके इस इलाके में उपस्थित नहीं होने की पुष्टि हो जाएगी, उसके बाद लोगों के आने जाने की व्यवस्था फिर से बहाल कर दी जाएगी.

सड़क पर घूमता शिकारी
सड़क पर घूमता शिकारी (ETV Bharat)

रास्ते में मिल जाएगा बाघ : दरअसल विगत 21 अक्टूबर से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में नए पर्यटन सत्र का आरम्भ हुआ है. जिसके बाद भारी संख्या में पर्यटक VTR में जंगल सफारी का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. इस दौरान पर्यटक बाघ और तेंदुआ समेत अन्य वन जीवों के दीदार की हसरत लिए यहां भ्रमण करने पहुंच रहे हैं. जबकि नेपाल और आसपास के स्थानीय लोग अमूमन पैदल और बाइक से ही इस जंगल सफारी वाले मार्ग के रास्ते जटाशंकर मंदिर और वाल्मीकि आश्रम मंदिर जाते हैं, जो खतरे से खाली नहीं है.

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या (ETV Bharat)

60 के पार हुई बाघों की संख्या : बता दें कि वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में हाल के एक दशक में बाघों की संख्या में 7 गुना इजाफा देखने को मिला है. वर्ष 2010 में सिर्फ 8 बाघ थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 60 के पार हो गई है. ऐसे में वन क्षेत्र से सटे इलाकों में बाघों की चहलकदमी बढ़ी है. इसके अलावा जंगल में 100 से अधिक तेंदुआ भी हैं जो रिहायशी इलाकों तक पहुंच जा रहे हैं. क्योंकि दो हफ्ते पूर्व ही बगहा वाल्मिकीनगर मुख्य मार्ग पर एक साथ तीन तेंदुआ नजर आए थे. नतीजतन लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है.

शिकार की तलाश में तेंदुआ
शिकार की तलाश में तेंदुआ (ETV Bharat)

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